वाशिंगटन। Donald Trump Oath Ceremony : डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के शपथग्रहण की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। मंच सज चुका है, मेहमानों का आना शुरू हो गया है। ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथग्रहण करने जा रहे हैं। इस बार कड़ाके की ठंड की वजह से शपथग्रहण समारोह इस बार खुले में नहीं होगा। शपथ ग्रहण समारोह यूएस कैपिटल के रोटुंडा के अंदर होगा। डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण अमेरिका में दोपहर 12 बजे होगा। भारतीय समयानुसार रात साढ़े 10 बजे ये शपथ ग्रहण समारोह होगा।
Donald Trump Oath Ceremony : अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और नीता अंबानी, एलन मस्क, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ, अमेज़ॅन के कार्यकारी अध्यक्ष जेफ बेजोस और मेटा प्लेटफॉर्म्स के सीईओ मार्क जुकरबर्ग भी इस समारोह में शामिल हो रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप वॉशिंगटन पहुंच चुके हैं, वो फ्लोरिडा से स्पेशल विमान से परिवार समेत वॉशिंगटन पहुंचे। इस फ्लाइट को स्पेशल एयर मिशन-47 नाम दिया गया था। मिशन-47 का मतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे। ट्रंप के शपथ ग्रहण को लेकर एक तरफ उनके विरोधी गुस्से में हैं, जबकि उनके समर्थक निराश हैं। निराशा की वजह संसद के अंदर होने वाला शपथ ग्रहण है। ट्रंप के शपथ ग्रहण में शामिल होने के लिए उनके समर्थक जोश में था। बड़ी संख्या में उन्हें शामिल भी होना था, लेकिन प्रोग्राम संसद के अंदर होने से उनके अरमानों पर पानी फिर गया।
अमेरिका की राजनीति में व्हाइट हाउस छोड़ने के 4 साल बाद वापसी करना करीब-करीब असंभव माना जाता है, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप इस नामुमकिन लक्ष्य को मुमकिन बनाकर इतिहास रचने जा रहे हैं। ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दोबारा शपथ लेकर एक पूर्व राष्ट्रपति के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। ग्रोवर क्लीवलैंड पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जिन्होंने व्हाइट हाउस से 4 साल बाहर होने के बाद जोरदार वापसी का 131 साल पहले रिकॉर्ड बनाया था। ग्रोवर क्लीवलैंड 1885 से 1889 और 1893-1897 तक अमेरिका के 2 बार राष्ट्रपति रहे। उनके बाद डोनाल्ड ट्रंप दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्होंने 4 साल के अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की है।