वाशिंगटन, 26 सितंबर (एपी) अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के प्रयास मामले की जांच कर रही एक समिति के सदस्यों ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति पर हमला अमेरिकी सीक्रेट सर्विस की विफलता थी न कि स्थानीय पुलिस की।
सदन की एक द्विदलीय समिति के सदस्यों ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान यह बात कही। समिति में सात रिपब्लिकन और छह डेमोक्रेट शामिल हैं।
‘सीक्रेट सर्विस’, देश की सबसे पुरानी संघीय जांच कानून प्रवर्तन एजेंसियों में से एक है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति एवं रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप पर 13 जुलाई को पेनसिल्वेनिया में चुनावी रैली के दौरान हमला किया गया था, जिसमें एक गोली उनके दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में लगी थी।
संघीय जांच एजेंसी एफबीआई ने हमलावर की पहचान बेथेल पार्क के रहने वाले थॉमस माइकल क्रुक्स के रूप में की थी।
अपने प्रारंभिक बयान में समिति के रिपब्लिकन सह-अध्यक्ष, पेंसिल्वेनिया के प्रतिनिधि माइक केली ने हमले के लिए सीक्रेट सर्विस की विफलताओं को दोषी ठहराया, जिसके कारण बंदूकधारी क्रुक्स को पास की इमारत की छत तक पहुंचने और ट्रंप पर गोलीबारी करने का मौका मिल गया।
इस हमले में ट्रंप घायल हो गये थे और अपने परिवार के साथ रैली में शामिल एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
एपी
देवेंद्र माधव
माधव
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