मैक्सिको सिटी, 21जनवरी (एपी) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह कहते हुए एक कार्यकारी आदेश पर दस्तखत किये हैं कि अमेरिका मादक पदार्थ गिरोहों को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करेगा।
अमेरिका का यह कदम सीमा एवं लातिन अमेरिका के लिए सैन्य एजेंडे को आगे बढ़ायेगा।
यह आदेश वेनेजुएला गिरोह ‘ट्रेन डी अरागुआ’ और साल्वाडोर गिरोह ‘मारा साल्वाट्रुचा (एमएस-13)’ जैसे मैक्सिको के मादक पदार्थ गिरोहों और अन्य लातिन अमेरिकी आपराधिक समूहों पर केंद्रित है।
आदेश के अनुसार मादक पदार्थ गिरोह “अमेरिकी लोगों की सुरक्षा, अमेरिका की सुरक्षा और पश्चिमी गोलार्ध में अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थिरता के लिए खतरा हैं।”
वैसे तो इस आदेश में ऐसे समूहों के नाम नहीं हैं लेकिन कैबिनेट सेक्रेटरी अगले 14 दिनों में इस बात की सिफारिश करेंगे कि किन-किन समूहों/गिरोहों को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाए। सोमवार को अपना प्रशासन संभालने के बाद ट्रंप द्वारा जिन कुछ आदेशों पर हस्ताक्षर किये गये, यह उनमें एक है।
आदेश में कहा गया है, ‘‘ये गिरोह पूरे पश्चिमी गोलार्ध में हिंसा और आतंक के अभियान चला रहे हैं, जिसने न केवल हमारे राष्ट्रीय हितों के लिए अहम देशों को अस्थिर कर दिया है, बल्कि अमेरिका में घातक नशीले पदार्थों, हिंसक अपराधियों और खतरनाक गिरोहों की बाढ़ ला दी है।’’
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस आदेश का इन गिरोहों से लड़ने पर क्या प्रभाव होगा, लेकिन ऐसी चिंता है कि दूसरे तरीके से यह उन देशों के लोगों के लिए अमेरिका में आना कठिन बना देगा जहां ये समूह काम करते हैं।
यह अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर आपातकाल की घोषणा के अतिरिक्त है। ट्रंप प्रशासन एक फरवरी को मैक्सिको और कनाडा पर 25 प्रतिशत उपकर लगाने और सीबीपी वन ऐप का उपयोग समाप्त करने का वादा कर चुका है। यह ऐप प्रवासियों को सीमा पर पहुंचने से पहले शरण के लिए आवेदन करने की अनुमति देता था।
ट्रंप ने बड़े पैमाने पर निर्वासन करने का भी वादा किया है और इन गिरोहों से लड़ने के लिए मैक्सिको में सैन्य हस्तक्षेप की धमकी दी है, जिसे मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने तीखे ढंग से खारिज कर दिया है।
कई लोगों ने चिंता व्यक्त की है कि आतंकवादी घोषित करने से अमेरिका इन गिरोहों के विरुद्ध सैन्य कार्रवाई कर सकता है और उसे उचित ठहरा सकता है।
एपी राजकुमार पवनेश
पवनेश