वैंकूवर (कनाडा), 13 जनवरी (एपी) कनाडा के निवर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने रविवार को कहा कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कनाडा को अमेरिका का ‘‘51वां प्रांत’’ बनाने की पेशकश संबंधी टिप्पणी ने भारी शुल्क के कारण अमेरिकी उपभोक्ताओं को होने वाले नुकसान से लोगों का ध्यान हटा दिया है।
ट्रंप ने कनाडा से होने वाले सभी आयात पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी है।
ट्रूडो ने अमेरिकी समाचार चैनल ‘एमएसएनबीसी’ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘(कनाडा अमेरिका का) 51वां प्रांत नहीं बनने वाला। 25 प्रतिशत शुल्क का अमेरिका में आने वाले स्टील और एल्युमीनियम पर क्या असर होगा, इस बारे में बात करने के बजाय लोग ‘‘51वां प्रांत’’ के बारे में बात कर रहे हैं।’’
ट्रंप ने यह भी कहा है कि अगर कनाडा का अमेरिका में विलय हो जाता है तो कर कम हो जाएंगे और कोई शुल्क नहीं लगेगा।
कनाडा को 51वां प्रांत में बदलने के लिए आर्थिक बल के प्रयोग की ट्रंप की धमकियों के बारे में ट्रूडो ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि एक सफल वार्ताकार के रूप में वह लोगों को उलझा कर रखना पसंद करते हैं।’’
कनाडा प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध देश है और अमेरिका को तेल जैसी वस्तुएं एक सब्सिडी के तौर पर प्रदान करता है।
कनाडा के अधिकारियों ने कहा कि अगर ट्रंप दंडात्मक शुल्क लगाने की अपनी धमकी पर अमल करते हैं, तो कनाडा जवाबी कार्रवाई के तौर पर अमेरिकी संतरे के जूस, शौचालय संबंधी उत्पादों और कुछ स्टील उत्पादों पर शुल्क लगाने पर विचार करेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान ही कनाडा ने अपने स्टील और एल्युमीनियम उत्पाद पर ट्रंप के शुल्क के जवाब में बोरबॉन, हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल और ताश जैसे अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगा दिया था।
ट्रूडो ने कहा, ‘‘वे (ट्रंप) सभी अमेरिकियों के लिए जीवन आसान बनाने और अमेरिकी श्रमिकों का समर्थन करने के वादे के साथ चुने गए थे। लेकिन ये (शुल्क) ऐसी चीजें हैं जो अमेरिकी लोगों को नुकसान पहुंचाएंगी।’’
एपी सुरभि अमित
अमित