(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 23 नवंबर (भाषा) पाकिस्तान में पुलिस प्रशासन ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन से एक दिन पहले शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी इस्लामाबाद के प्रमुख प्रवेश स्थलों को बंद करना शुरू कर दिया।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान ने विरोध प्रदर्शन के लिए ‘अंतिम आह्वान’ किया है, जिसमें उन्होंने अपने समर्थकों से इस्लामाबाद तक मार्च करने का आग्रह किया है ताकि वे इमरान सहित पीटीआई के सभी कैदियों की रिहाई की मांग कर सकें।
इसके अलावा उन्होंने अपने समर्थकों से आठ फरवरी के चुनावों में उनकी कथित जीत को मान्यता देने के अलावा 26वें संविधान संशोधन को निरस्त करने जैसी मांग करने को भी कहा। 26वें संविधान संशोधन ने न्यायाधीशों और मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति की प्रक्रिया को बदल दिया था।
राष्ट्रीय मोटरवे एवं राजमार्ग प्राधिकरण ने मरम्मत कार्य का हवाला देते हुए एम-1 और एम-2 मोटरवे के साथ-साथ अन्य प्रमुख मार्गों को बंद करने की घोषणा की है। पेशावर और लाहौर को इस्लामाबाद से जोड़ने वाले एम-1 और एम-2 महत्वपूर्ण मार्ग हैं, जिनका उपयोग अक्सर राजधानी की ओर जाने वाले प्रदर्शनकारियों द्वारा किया जाता है।
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान की संघीय सरकार ने राजधानी में व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की सहायता के लिये अर्धसैनिक रेंजर्स और फ्रंटियर कोर (एफसी) के कर्मियों को बुलाया है।
सुरक्षा के अतिरिक्त कदम उठाते हुए संघीय प्रशासन ने शुक्रवार को शहर के सभी छात्रावासों को खाली करा दिया।
पंजाब सरकार ने भी 23 नवंबर से 25 नवंबर तक पूरे प्रांत में धारा 144 लागू कर दी है, जिसके तहत विरोध प्रदर्शन, सार्वजनिक सभाएं, रैलियां और धरने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी तरह, इस्लामाबाद में भी 18 नवंबर से धारा 144 लागू है।
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