ढाका, 31 जनवरी (एपी)बांग्लादेश की राजधानी के निकट एक नदी तट पर शुक्रवार को हजारों लोग विश्व इज्तेमा में शामिल हुए। विश्व इज्तेमा मुस्लिम जायरीनों का वैश्विक समागम है जिसमें लोग इस्लामी विद्वानों के उपदेश सुनने के लिए एकत्र हुए।
तीन दिवसीय वार्षिक समारोह रविवार को समाप्त होगा, जब हर वर्ष की तरह लाखों मुसलमानों के अंतिम प्रार्थना में शामिल होने की उम्मीद है। यह विश्व इज्तेमा का पहला चरण है, जबकि दूसरा चरण 3-5 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। तीसरा चरण 14-16 फरवरी को आयोजित किया जाएगा।
विश्व इज्तेमा मुस्लिम जायरीनों का सबसे बड़ा समागम है, जो राजधानी ढाका के ठीक उत्तर में टोंगी में तुराग नदी के रेतीले तट पर आयोजित किया जाता है। इस आयोजन की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी, जब तबलीगी जमात ने इस आयोजन की मेजबानी शुरू की।
आयोजन समिति के प्रवक्ता हबीबुल्लाह रेहान ने बताया कि पहले चरण के समागम में 72 देशों के लगभग 2,150 विदेशी मुसलमान भी शामिल हुए।
उन्होंने कहा कि भारत, पाकिस्तान और अन्य देशों के विद्वानों और मौलवियों ने इस्लाम के सिद्धांतों पर अपने उपदेश दिए, जबकि श्रद्धालु नदी के किनारे बनाए गए तंबुओं में ठहरे।
एपी धीरज पवनेश
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