120 सालों में 7 हजार किलोमीटर दूर जा चुका है उत्तरी ध्रुव, इस बदलाव से NASA हैरान

120 सालों में 7 हजार किलोमीटर दूर जा चुका है उत्तरी ध्रुव, इस बदलाव से NASA हैरान

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  • Publish Date - May 11, 2020 / 10:54 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:54 PM IST

नई दिल्ली। उत्तरी ध्रुव के खिसकने की गति धीरे-धीरे और तेज हो रही हैं। आपको ये जानकार हैरानी होगी कि यह 50 से 60 किलोमीटर प्रति साल की गति से आगे बढ़ रहा है। इस बदलाव से दुनियाभर के भूगर्भशास्त्री हैरान हैं कि आखिर ये कैसे हो रहा है।

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रिपोर्ट के अनुसार 120 सालों में यह करीब 7 हजार किलोमीटर की दूरी तय कर चुका है। 1900 में कनाडा के पास था जो 2020 में खिसककर साइबेरिया पहुंच चुका है। उत्तरी ध्रुव (North Pole) करीब खिसकने की गति बढ़कर करीब चार गुना हो गई है। इस बदलाव से एक ओर जहां इंसान चिंचित नजर आ रहे तो वहीं अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और दुनियाभर के भूगर्भशास्त्री भी उत्तरी ध्रुव में हो रहे इस बदलाव से अचंभित हो गए हैं।

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जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी नासा के वैज्ञानिक सुरेंद्र अधिकारी ने बताया कि यह चुंबकीय उत्तरी ध्रुव की बात हो रही है। यह भौगोलिक उत्तरी ध्रुव नहीं है। भौगोलिक उत्तरी ध्रुव चुंबकीय उत्तरी ध्रुव से अलग होता है। जैसे-जैसे धरती के अंदर के कोर में बदलाव होगा वैसे-वैसे धरती के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव होगा।

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1830 में खोजकर्ता जेम्स क्लार्क रॉस ने पहली बार चुंबकीय उत्तरी ध्रुव के मूवमेंट का पता लगाया था। यह पहले भौगोलिक उत्तरी ध्रुव से काफी दूर था। लेकिन 2017 में यह भौगोलिक उत्तरी ध्रुव के काफी करीब आ गया था। वहीं उत्तरी ध्रुव के खिसकने की गति को लेकर कहा गया कि शुरूआत में 1990 में 0 से 15 किलोमीटर प्रतिसाल की गति से खिसकता था। लेकिन पिछले कुछ सदी से यह बढ़ गई हैं। इधर उनके बदलने को लेकर लगातार मैपिंग की जा रही है।

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