ढाका, छह नवंबर (भाषा) बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी बंदरगाह शहर चटगांव के कुछ हिस्सों में सेना के नेतृत्व में संयुक्त बलों ने बुधवार को गश्त की, यहां एक दिन पहले
एक मुस्लिम किराना दुकानदार द्वारा इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉनशस्नेस ) के खिलाफ फेसबुक पर की गई पोस्ट को लेकर झड़प हो गई थी और इसमें कई लोग घायल हो गए थे।
अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि व्यापारी उस्मान अली ने फेसबुक पर इस्कॉन को ‘‘आतंकवादी समूह’’ करार दिया था जिसके बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था और हजारी गली क्षेत्र में रहने वाले हिंदू समुदाय ने इसके खिलाफ नाराजगी जताई थी।
हजारी गली में मुख्य रूप से हिंदू समुदाय के लोग रहते हैं जो आभूषण की दुकानों और थोक दवा की दुकानों के मालिक हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस्कॉन पर की गई इस टिप्पणी को लेकर रातभर संक्षिप्त झड़प हुई। इस दौरान मौके पर पहुंची सेना, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के अर्धसैनिक बलों और पुलिसकर्मियों द्वारा लाठीचार्ज करने से कई लोग घायल हो गए। इस दौरान हजारी गली इलाके में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। यहां सेना के जवान पुलिस के साथ जीप में गश्त कर रहे हैं।
लेफ्टिनेंट कर्नल फिरदौस अहमद ने एक संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को बताया कि अली की दुकान के सामने भीड़ एकत्र हो गई, जिसके बाद संयुक्त बल घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने अली और उसके भाई को हिरासत में ले लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘गुस्साई भीड़ ने आभूषण निर्माण में इस्तेमाल होने वाले एसिड और आस-पास की इमारतों से कांच की टूटी बोतलें फेंकी, जिससे सेना के पांच जवान और सात पुलिसकर्मी घायल हो गए।’’
अहमद ने कहा कि संयुक्त बलों ने 80 संदिग्धों को हिरासत में लिया है तथा कानूनी कार्रवाई के लिए स्थानीय खुफिया जानकारी और सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा करते हुए अपराधियों की पहचान की जा रही है।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कुछ हिंदू समुदाय के नेताओं ने मंगलवार शाम को किसी भी तरह ही बड़ी हिंसा न होने के लिए संयुक्त बलों को घटनास्थल पर आने का आग्रह किया था।
घटनास्थल पर मौजूद एक स्थानीय पत्रकार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘इलाके में बुधवार को कोई नई हिंसा नहीं हुई, लेकिन तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।’’
भाषा
प्रीति माधव
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