ताइवान ने प्रीटोरिया से अपना प्रतिनिधि कार्यालय हटाने की दक्षिण अफ्रीका की मांग फिर से खारिज की

ताइवान ने प्रीटोरिया से अपना प्रतिनिधि कार्यालय हटाने की दक्षिण अफ्रीका की मांग फिर से खारिज की

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  • Publish Date - October 22, 2024 / 01:10 PM IST,
    Updated On - October 22, 2024 / 01:10 PM IST

ताइपे (ताइवान), 22 अक्टूबर (एपी) ताइवान ने दक्षिण अफ्रीका की राजधानी प्रीटोरिया में स्थित उसके प्रतिनिधि कार्यालय को हटाकर जोहानिसबर्ग में स्थानांतरित करने की उसकी मांग को एक बार फिर खारिज कर दिया है।

ताइवान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेफ लियू ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कार्यालय को स्थानांतरित करने या बंद करने की मांग, औपचारिक राजनयिक संबंधों के विच्छेद के बाद दोनों पक्षों के बीच उनके पारस्परिक प्रतिनिधि कार्यालयों के स्थान को लेकर 1997 में हुए समझौते का पूरी तरह से उल्लंघन है।

लियू ने कहा, ‘‘इस तरह की अनुचित मांग को हम स्वीकार नहीं कर सकते हैं।’’

ताइवान की राजधानी ताइपे में दक्षिण अफ्रीका का एक संपर्क कार्यालय है और दोनों पक्षों के बीच मजबूत वाणिज्यिक संबंध है।

लियू ने विदेश मंत्री लिन चिया-लंग द्वारा सोमवार को संसद में दिए गए बयान को दोहराया कि ताइवान इस मुद्दे पर ‘‘सभी परिस्थितियों के लिए तैयार है।’’

लिन और लियू ने कहा कि यह कार्यालय ताइवान की संपत्ति है और ताइपे को इसका स्थान और स्थिति निर्धारित करने का अधिकार है।

चीन ताइवान को अपना क्षेत्र होने का दावा करता है और आवश्यकता पड़ने पर बलपूर्वक अपने क्षेत्र में मिलाने की धमकी देता है। चीन लगातार ताइवान के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व को कम करने का प्रयास करता रहता है, हालांकि इस स्वशासित द्वीप गणराज्य के अमेरिका और अन्य प्रमुख देशों के साथ मजबूत अनौपचारिक संबंध हैं।

दक्षिण अफ्रीका ने पिछले सप्ताह पुष्टि की कि उसने ताइवान से अपना संपर्क कार्यालय स्थानांतरित करने को कहा। दक्षिण अफ्रीका की इस मांग का कारण चीन का प्रभाव माना जा रहा है। चीन ने अपने प्रभाव का उपयोग करके ताइवान को संयुक्त राष्ट्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसी संबद्ध शाखाओं से बाहर कर दिया है तथा उसकी औपचारिक राजनयिक साझेदारी को केवल 11 देशों और वेटिकन तक सीमित रखा है।

एपी सुरभि मनीषा

मनीषा