बेरूत, आठ दिसंबर (एपी) सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के घुसने और राष्ट्रपति बशर-अल असद के देश छोड़कर भागने संबंधी दावों के बीच संभवत: असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत हो गया।
सीरियाई विपक्षी युद्ध निगरानी संस्था के प्रमुख ने दावा किया कि असद देश छोड़कर किसी अज्ञात स्थान पर चले गए हैं।
वहीं सीरिया के प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी जलाली ने एक वीडियो बयान जारी करके कहा कि वह शासन की बागडोर शांतिपूर्ण तरीके से विपक्ष को सौंपने को तैयार हैं।
जलाली ने कहा, ‘‘ मैं अपने आवास पर ही हूं और कहीं नहीं गया हूं और यह इसलिए क्योंकि मुझे अपने देश से प्रेम है।’’
उन्होंने कहा कि वह सुबह काम करने के लिए अपने कार्यालय जाएंगे। उन्होंने सीरियाई नागरिकों से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने हालांकि राष्ट्रपति बशर अल-असद के देश छोड़कर जाने संबंधी खबरों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इस घटनाक्रम के बीच ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार गिर गई है और सीरिया में असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत हो गया।
‘सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के रामी अब्दुर्रहमान ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि असद ने रविवार तड़के दमिश्क से उड़ान भरी। सीरियाई विद्रोहियों के दमिश्क में घुसने की घोषणा के बीच अब्दुर्रहमान ने यह जानकारी दी। राजधानी के निवासियों को गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें सुनाई दी हैं।
सीरिया में युद्ध के दौरान असद के मुख्य समर्थक रहे ईरान के सरकारी टेलीविजन चैनल ने खबर दी कि असद राजधानी छोड़ चुके हैं। टेलीविजन चैनल ने इस जानकारी के लिए कतर के ‘अल जजीरा न्यूज नेटवर्क’ का हवाला दिया लेकिन कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी।
सीरियाई लोगों की भीड़ दमिश्क के चौहारों पर जश्न मनाने के लिए एकत्र हुई, उसने असद विरोधी नारे लगाए और कार के हॉर्न बजाए। कुछ इलाकों में जश्न में गोलियां भी चलाई गईं।
स्थानीय निवासी वकील उमर दाहेर (29) ने कहा, ‘‘मैं अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं कर सकता। उन्होंने (असद ने) और उनके पिता ने हमें कई साल तक जिस डर में रहने को मजबूर किया और जिस दहशत एवं आतंक की स्थिति में मैं जी रहा था, मुझे उस पर यकीन नहीं होता।’’
दाहेर ने कहा कि उनके पिता को सुरक्षा बलों ने मार दिया था और उनके भाई को हिरासत में ले लिया गया था और यह नहीं पता कि उसके साथ क्या हुआ। उन्होंने कहा कि असद ‘‘एक अपराधी, तानाशाह और जानवर है।’’
मध्य दमिश्क में एक अन्य व्यक्ति गजल अल-शरीफ ने कहा, ‘‘उस पर और पूरे असद परिवार पर धिक्कार है।’’
दमिश्क में ‘एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के एक पत्रकार ने बताया कि उसने राजधानी के बाहरी इलाके में सड़क के किनारे हथियारबंद निवासियों के समूहों को देखा और गोलियों की आवाजें सुनीं। शहर का मुख्य पुलिस मुख्यालय खाली प्रतीत होता है, उसका दरवाजा खुला था और बाहर कोई अधिकारी नहीं था।
‘एपी’ के एक अन्य पत्रकार ने खाली सेना चौकी के फुटेज लिए जिसमें असद के पोस्टर के नीचे जमीन पर वर्दियां पड़ी दिख रही हैं।
विपक्ष से जुड़े मीडिया पर प्रसारित फुटेज में राजधानी के केंद्र में स्थित एक चौराहे पर एक टैंक और लोगों का एक छोटा समूह जश्न मनाने के लिए एकत्र हुआ नजर आ रहा है। मस्जिदों से ‘‘अल्लाह-हू-अकबर’’ की आवाजें सुनाई दे रही हैं।
यह 2018 के बाद पहली बार है जब विद्रोही दमिश्क के भीतर पहुंच गए हैं। सीरियाई सैनिकों ने वर्षों की घेराबंदी के बाद 2018 में राजधानी के बाहरी इलाकों पर फिर से कब्जा कर लिया था।
सरकार समर्थक ‘शाम एफएम रेडियो’ ने बताया कि दमिश्क हवाई अड्डे को खाली करा लिया गया है और सभी उड़ानें रोक दी गई हैं।
विद्रोहियों ने यह भी घोषणा की कि वे राजधानी के उत्तर में स्थित सैदनाया सैन्य जेल में घुस गए हैं और उन्होंने वहां से कैदियों को ‘‘मुक्त’’ करा लिया है।
इससे एक रात पहले सरकारी बल सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स से पीछे हट गए जिसके बाद विपक्षी बलों ने इस पर कब्जा कर लिया। यह शहर, राजधानी दमिश्क और सीरिया के तटीय प्रांतों लताकिया और टारटस के बीच स्थित है। ये प्रांत सीरियाई नेता का गढ़ हैं और यहां रूस का नौसैनिक अड्डा भी है।
इस बीच, सरकार ने असद के देश छोड़कर जाने की अफवाहों का खंडन किया।
सरकार समर्थक ‘शाम एफएम’ ने विस्तृत जानकारी दिए बिना बताया कि सरकारी बलों ने सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर के बाहर मोर्चा संभाल लिया है।
अब्दुर्रहमान ने कहा कि सीरियाई सैनिक और विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के कर्मी शहर से हट गए हैं तथा विद्रोही शहर के कुछ हिस्सों में घुस गए हैं।
विद्रोहियों ने शनिवार को घोषणा की कि उन्होंने होम्स पर कब्जा कर लिया है। विद्रोहियों ने 27 नवंबर से शुरू हुए हमलों के बाद से अलेप्पो और हामा शहरों के साथ-साथ दक्षिण के बड़े हिस्से पर पहले ही कब्जा कर लिया था।
दमिश्क में विद्रोहियों के पहुंचने से पहले शनिवार को सीरियाई सेना दक्षिणी सीरिया के ज्यादातर हिस्सों से पीछे हट गई जिसके कारण दो प्रांतीय राजधानियों समेत देश के अधिकांश क्षेत्र विपक्षी लड़ाकों के नियंत्रण में आ गए।
सीरिया के विद्रोही गुट ‘जिहादी हयात तहरीर अल-शाम’ समूह (एचटीएस) प्रमुख अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने बृहस्पतिवार को सीरिया से ‘सीएनएन’ को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा था कि इस हमले का उद्देश्य असद की सरकार को सत्ता से बेदखल करना है।
सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गीर पेडरसन ने सीरिया में ‘‘व्यवस्थित ढंग से राजनीतिक बदलाव’’ सुनिश्चित करने के लिए जिनेवा में तत्काल वार्ता का आह्वान किया है।
इस बीच, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि अमेरिका को सीरिया में सैन्य कार्रवाई से बचना चाहिए।
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह हमारी लड़ाई नहीं है।’’
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने कैलिफोर्निया में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका सीरियाई गृहयुद्ध के बीच सैन्य हस्तक्षेप नहीं करेगा।’’
एपी सिम्मी शोभना
शोभना