बर्न, सात अक्टूबर (एपी) स्विट्जरलैंड में तथाकथित ‘सुसाइड कैप्सूल’ के पैरोकार समूहों ने रविवार को कहा कि उन्होंने देश में इसके पहले इस्तेमाल की आपराधिक जांच पूरी होने तक इसका इस्तेमाल करने के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया निलंबित कर दी है।
इस ‘सुसाइड कैप्सूल’ का इस्तेमाल करने के लिए पिछले महीने 370 से अधिक आवेदन मिले थे।
स्विट्जरलैंड के संगठन ‘द लास्ट रिजॉर्ट’ के अध्यक्ष फ्लोरियन विलेट को इस मामले में मुकदमा चलाने से पूर्व हिरासत में लिया गया है। विलेट ने कहा कि इस समूह और इससे संबद्ध ‘एग्जिट इंटरनेशनल’ की स्थापना करीब 25 साल पहले ऑस्ट्रेलिया में हुई थी। ‘एग्जिट इंटरनेशनल’ ने इस ‘सुसाइड कैप्सूल’- ‘सार्को’ को विकसित किया है।
स्विट्जरलैंड की पुलिस ने मध्य पश्चिमी अमेरिका की 64 वर्षीय एक अज्ञात महिला की मौत के बाद विलेट तथा कई अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। यह अमेरिकी महिला ‘सार्को’ के नाम से पहचाने जाने वाले इस उपकरण का इस्तेमाल करने वाली पहली महिला बनीं। उसने जर्मनी की सीमा के समीप उत्तरी शाफहाउसेन क्षेत्र के एक जंगल में ‘सार्को’ का इस्तेमाल किया।
प्राधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में हिरासत में लिए गए अन्य लोगों को रिहा कर दिया गया है।
स्विट्जरलैंड दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से एक है जहां अनुमति लेकर आत्महत्या की जा सकती है। हालांकि, सार्को के पहली बार इस्तेमाल से दुनियाभर में बहस छिड़ गयी है।
इस यूरोपीय देश में अनुमति लेकर आत्महत्या करने के लिए बहुत पहले से ही कानून है लेकिन कोई अपनी मर्जी से आत्महत्या नहीं कर सकता।
‘सुसाइड कैप्सूल’ की वकालत करने वाले समूहों ने रविवार को एक बयान में कहा कि 23 सितंबर तक स्विट्जरलैंड में सार्को के इस्तेमाल के लिए 371 लोगों ने आवेदन दिया था और इसके पहले इस्तेमाल के बाद आवेदन प्रक्रिया निलंबित कर दी गयी है।
‘सार्को कैप्सूल’ में व्यक्ति इसके अंदर लेटता है और एक बटन दबाता है जिससे सीलबंद चैम्बर में नाइट्रोजन गैस भर जाती है और व्यक्ति बेहोश हो जाता है तथा कुछ मिनटों में दम घुटने से उसकी मौत हो जाती है।
अमेरिकी महिला की जिस दिन मौत हुई थी, उसी दिन स्विट्जरलैंड की स्वास्थ्य मंत्री एलिसाबेथ बॉम-श्नीडर ने संसद में कहा था कि सार्को का इस्तेमाल गैरकानूनी है।
एपी गोला सिम्मी
सिम्मी