द्वीपों पर पाई जाने वाली पौधों की प्रजातियों का अस्तित्व खतरे में

द्वीपों पर पाई जाने वाली पौधों की प्रजातियों का अस्तित्व खतरे में

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  • Publish Date - October 19, 2024 / 06:09 PM IST,
    Updated On - October 19, 2024 / 06:09 PM IST

(जूलियन, श्रेडर, मैक्वेरी विश्वविद्यालय)

सिडनी, 19 अक्टूबर (द कन्वरसेशन) द्वीप लंबे समय से अन्वेषणकर्ताओं और वैज्ञानिकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं। अलग-थलग दिखने वाले ये क्षेत्र यह समझने के लिए प्राकृतिक प्रयोगशालाओं के रूप में काम करते हैं कि प्रजातियां कैसे विकसित और अनुकूलित होती हैं।

द्वीप भी प्रजातियों की विविधता के केंद्र हैं। लंबे समय से यह अनुमान लगाया जाता रहा है कि द्वीप वैश्विक जैव विविधता के लिए अनुकूल होते हैं, लेकिन ये किस हद तक अनुकूल होते हैं, यह अभी पता नहीं चल पाया है।

‘नेचर टुडे’ में प्रकाशित दुनिया के पहले अनुसंधान में, मेरे सहकर्मियों और मैंने पृथ्वी के द्वीपों पर पौधों की विविधता का अध्ययन और मानचित्रण किया। हमने पाया कि दुनिया में पौधों की कुल प्रजातियों में से 21 प्रतिशत प्रजातियां द्वीपों में पाई जाती हैं, जिसका अर्थ है कि वे ग्रह पर कहीं और नहीं पाई जातीं।

ये निष्कर्ष महत्वपूर्ण हैं। द्वीपीय पौधों के विलुप्त होने का खतरा मुख्य भूमि के पौधों की तुलना में अधिक है। पौधों की प्रजातियों और उनके उगने के स्थान के बारे में विस्तृत जानकारी उनकी निगरानी व संरक्षण के लिए आवश्यक है।

दुनिया भर में द्वीपीय वनस्पतियों का मानचित्रण

इस अध्ययन में वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम शामिल थी। हमने दुनिया भर में लगभग 2,000 द्वीपों समेत 3,400 से अधिक भौगोलिक क्षेत्रों से वनस्पति से जुड़ी जानकारियों का एक अभूतपूर्व डेटाबेस तैयार किया।

द्वीप की परिभाषा कुछ हद तक अस्पष्ट है। परंपरागत रूप से, द्वीप एक ऐसा भूभाग होता है जो पूरी तरह से पानी से घिरा होता है और महाद्वीप से छोटा होता है। इसका मतलब है कि तस्मानिया और न्यू गिनी द्वीप हैं, लेकिन मुख्य भूमि ऑस्ट्रेलिया अपने आप में एक महाद्वीप तो है परंतु द्वीप नहीं है। यही परिभाषा हमने इस्तेमाल की है।

हमने पाया कि पौधों की 94,052 प्रजातियां, या दुनिया की कुल प्रजातियों की 31 प्रतिशत द्वीपों पर पाई जाती हैं। इनमें से पौधों की 63,280 प्रजातियां, यानी 21 प्रतिशत केवल द्वीपों पर उगती हैं।

स्थानीय प्रजातियां मेडागास्कर, न्यू गिनी और बोर्नियो जैसे बड़े उष्णकटिबंधीय द्वीपों पर केंद्रित थीं। अकेले मेडागास्कर में, पौधों की 9,318 प्रजातियां – इसकी कुल वनस्पतियों का 83 प्रतिशत – वहां उगती हैं, कहीं और नहीं।

कुल मिलाकर समुद्री द्वीपसमूहों जैसे हवाई, कैनरी द्वीप और मास्कारेनेस (मेडागास्कर के पूर्व में, जिसमें ला रीयूनियन और मॉरीशस शामिल हैं) में कम पौधे पाए गए। लेकिन उनकी प्रजातियों का एक बड़ा हिस्सा अब भी इन द्वीपों के लिए अद्वितीय था।

ऑस्ट्रेलिया के लॉर्ड होवे द्वीप में ताड़ के पेड़ों की दो प्रजातियां होवेया फोर्सटेरियाना और एच. बेलमोराना स्थानिक हैं।

दुनिया में भूमि क्षेत्र के केवल 5.3 प्रतिशत हिस्से पर द्वीप हैं, लेकिन ये वैश्विक जैव विविधता में असमान रूप से योगदान देते हैं।

द्वीपीय पौधों को मुख्य भूमि क्षेत्रों में पाई जाने वाली प्रजातियों की तुलना में विलुप्त होने का बहुत अधिक जोखिम है।

हमने जिन द्वीपीय स्थानीय प्रजातियों का आकलन किया, अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ के अनुसार उनमें से लगभग 57 प्रतिशत को गंभीर रूप से संकटग्रस्त, असुरक्षित माना जाता है।

चिंताजनक बात यह है कि द्वीपों में पाई जाने वाली पौधों की 176 प्रजातियों को पहले ही विलुप्त घोषित कर दिया गया है, जो वैश्विक स्तर पर सभी ज्ञात विलुप्त पौधों की प्रजातियों का 55 प्रतिशत है। इनमें हवाई का वल्कन पाम (ब्रिघमिया इंसिग्निस) भी शामिल है। हालांकि, यह प्रजाति एक सजावटी पौधे के रूप में लोकप्रिय है और अब भी बगीचों में मिल जाती है।

इसलिए, द्वीपीय वनस्पतियों की संरक्षण स्थिति का आकलन करना महत्वपूर्ण है। वैश्विक रूप से सहमति प्राप्त संयुक्त राष्ट्र के लक्ष्य के अनुसार, 2030 तक दुनिया की 30 प्रतिशत भूमि और महासागरों को संरक्षित किया जाना चाहिए।

(द कन्वरसेशन) जोहेब धीरज

धीरज