भारत सरकार के सालाना स्वास्थ्य रिसर्च के खर्च से अधिक है सुंदर पिचाई की सैलरी, इस साल मिले और बेहतर ऑफर

भारत सरकार के सालाना स्वास्थ्य रिसर्च के खर्च से अधिक है सुंदर पिचाई की सैलरी, इस साल मिले और बेहतर ऑफर

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  • Publish Date - April 27, 2020 / 04:42 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:46 PM IST

नई दिल्ली । अमेरिका की शीर्ष टेक्नालॉजी कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई सुंदर पिचाई की सैलरी सुनकर आपको अचंभा हो सकता है। जरा ध्यान दीजिएगा, सीईओ सुंदर पिचाई को 2019 में कुल 28.1 करोड़ डॉलर यानी 2,144.53 करोड़ रु की सैलरी मिली है।

एक नियामक फाइलिंग में अल्फाबेट इंक ने इस बात का खुलासा किया है कि 2019 के लिए उसके सीईओ सुंदर पिचाई को 28 करोड़ डॉलर से अधिक वेतन दिया गया है। मार्केटवाच की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उस समय, पिचाई को गूगल का सीईओ बने थे, उनका वेतन लगभग 200 मिलियन तक पहुंच गया था।

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प्रवासी भारतीय सुंदर पिचाई दुनिया के सबसे अधिक सैलरी पाने वाले अधिकारियों में शामिल रहे हैं। अल्फाबेट की उपलब्ध कराई जानकारी के मुताबिक इस साल उनकी सैलरी बढ़कर 20 लाख डॉलर (15.26 करोड़ रुपये) मासिक हो जाएगी। बता दें कि पिचाई की सैलरी अल्फाबेट कर्मचारियों के एवरेज वेतन के 1085 गुना है।

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इतना नहीं इस वर्ष पिचाई को उनके मूल वेतन में इजाफे के अलावा, दो स्टॉक पैकेज का ऑफर किया गया है। इनमें से कुछ का भुगतान एसएंडपी 100 की तुलना में अल्फाबेट के स्टॉक के प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। आपको सुनकर आश्चर्य होगा भारत सरकार सालाना स्वास्थ्य रिसर्च पर भी इतना खर्च नहीं करती है। भारत सरकार ने साल 2020-21 में स्वास्थ्य रिसर्च पर खर्च होने के लिए कुल 2122 करोड़ रुपए का बजट पास किया है। इसमें से 85 फीसदी इंडियन कॉन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को दिए गए हैं। वहीं पिचाई की एक साल की सैलरी 2,144.53 करोड़ रु है। सुंदर पिचाई सर्च इंजन गूगल और उसकी पैरेंटल कंपनी अल्फाबेट के सीईओ हैं।

सुंदर पिचाई का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। उनके पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश समूह के जीईसी में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। सुंदर पिचाई ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है।