स्विट्जरलैंड में होने वाली संघर्ष विराम वार्ता में शिरकत करेंगे सूड़ान के अर्धसैनिक बल प्रमुख

स्विट्जरलैंड में होने वाली संघर्ष विराम वार्ता में शिरकत करेंगे सूड़ान के अर्धसैनिक बल प्रमुख

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  • Publish Date - July 24, 2024 / 05:05 PM IST,
    Updated On - July 24, 2024 / 05:05 PM IST

जेनेवा, 24 जुलाई (एपी) सूडान के अर्धसैनिक बल प्रमुख ने संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब द्वारा स्विट्जरलैंड में अगले महीने आयोजित संघर्ष विराम वार्ता में भाग लेने की घोषणा की है।

सूडान की सेना से लड़ रही रैपिड सपोर्ट फोर्स के प्रमुख जनरल मोहम्मद हमदान डागालो ने मंगलवार देर रात सोशल मीडिया पर कहा कि यह वार्ता सूडान में शांति और स्थिरता की दिशा में एक ”बड़ा कदम” होगी। साथ ही उम्मीद जताई कि ”न्याय, समानता और संघीय शासन” पर आधारित एक नया देश बनाएगी।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हमने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ देश भर में पूर्ण युद्धविराम हासिल करने और सभी जरूरतमंदों तक मानवीय पहुंच की सुविधा प्रदान करने के लक्ष्य को साझा किया है।’’

वार्ता 14 अगस्त को स्विट्जरलैंड में एक अज्ञात स्थान पर शुरू होने की उम्मीद है।

अभी तत्काल सार्वजनिक तौर पर यह संकेत नहीं मिला है कि सूडानी सेना के प्रमुख जनरल अब्दल फतेह बुरहान या सेना का कोई अन्य शीर्ष अधिकारी भी शिरकत करेगा।

अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वार्ता का उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच पिछले साल के अंत में सऊदी अरब के जेद्दा में हुई बातचीत को आगे बढ़ाना होगा।

इसमें कहा गया है कि डागालो की सेना का समर्थन करने वाला अफ्रीकी संघ, सूडान का पड़ोसी मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राष्ट्र पर्यवेक्षकों के रूप में कार्य करेंगे।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को एक बयान में कहा, ‘‘स्विट्जरलैंड में वार्ता का उद्देश्य राष्ट्रव्यापी हिंसा को समाप्त करना, जरूरतमंद सभी लोगों तक मानवीय पहुंच को मजबूत करना और किसी भी समझौते के कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक सशक्त निगरानी और सत्यापन तंत्र विकसित करना है।’’

2023 के मध्य में राजधानी खार्तूम में सूडान के सैन्य और अर्धसैनिक प्रमुखों के बीच तनाव शुरू होने और इसके दारफुर समेत अन्य क्षेत्रों में फैलने के बाद से सूडान संघर्ष में फंस गया।

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 14 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं और 33 हजार घायल हुए हैं। अधिकारिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि मरने वालों की संख्या बहुत अधिक हो सकती है।

एपी यासिर पवनेश

पवनेश