वॉशिंगटनः Spontaneous Abortion कोरोना संक्रमण ने दुनियाभर में जमकर तबाही मचाई है, करोड़ों लोगों ने संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जान गंवा दी। संक्रमण से राहत के लिए दुनियाभर में लोगों को वैक्सीन लगाई गई। भारत सहित कई बड़े देशों ने अपने ही देश में वैक्सीन बनाई और जनता की रक्षा की। साथ ही कई देशों में वैक्सीन की सप्लाई भी की। लेकिन इस बीच अमेरिकी कोरोना वैक्सीन फाइजर को लेकर एक चिंताजनक खबर सामने आई है।
Spontaneous Abortion दरअसल एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि फाइजर की एमआरएनए वैक्सीन ट्रायल में भाग लेने वाली 40 प्रतिशत महिलाएं गर्भपात की शिकार हुईं हें। इस चौंकाने वाली खबर के बारे में आरएसएस की संस्था प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय समन्वयक नंदकुमार ने ट्वीट करते हुए कहा कि, भारत का उदारवादी और लुटियंस मीडिया इसी वैक्सीन को आयात किए जाने का दबाव पीएम मोदी पर डाल रहे थे। गनीमत है कि भारत ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन पर विश्वास किया।
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फाइजर द्वारा जारी दस्तावेजों से पता चला है कि वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने वाली 50 गर्भवती महिलाओं में से 22 ने अपने बच्चों को खो दिया। लेखिका और पत्रकार डॉ. नाओमी वुल्फ ने स्टीव बैनन के वॉर रूम पॉडकास्ट पर इस बात का खुलासा किया है।
गौरतलब है कि पिछले साल भारत में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान फाइजर ने अपनी कोरोना वैक्सीन भारतीय बाजार में उतारने के लिए केंद्र सरकार से इजाजत मांगी थी। कंपनी और सरकार के बीच लंबे समय तक इसे लेकर बातचीत चलती रही। लेकिन अगस्त 2021 में यह बताया गया कि मोदी सरकार ने फाइजर को मंजूरी देने से इनकार कर दिया।
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Pfizer documents ordered by a US judge to be released showed that 44% of pregnant women in the COVID-19 vaccine trial lost their babies.
This is the drug many of Liberals in India & the Lutyens Media wanted PM Modi to import.
Thank God India went for Covidshield and Covaxin pic.twitter.com/dltfvxlgDn— J Nandakumar (@kumarnandaj) August 17, 2022