दक्षिण एशियाई बार एसोसिएशन ने समग्र आव्रजन सुधार की मांग की

दक्षिण एशियाई बार एसोसिएशन ने समग्र आव्रजन सुधार की मांग की

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  • Publish Date - November 7, 2024 / 01:18 PM IST,
    Updated On - November 7, 2024 / 01:18 PM IST

(ललित के झा)

वाशिंगटन, सात नवंबर (भाषा) दक्षिण एशियाई बार एसोसिएशन (एसएबीए) ने चुनाव चक्र को विभाजनकारी करार देते हुए बुधवार को कहा कि यह राष्ट्र तथा लोकतंत्र के भविष्य के बारे में अनिश्चितता एवं चिंताओं से भरा है। उन्होंने एच-1बी कार्यक्रम में सुधार सहित समग्र आव्रजन सुधार पर जोर दिया।

एसएबीए उत्तरी अमेरिका की अध्यक्ष कीर्ति सुगुमारन और इसकी कार्यकारी निदेशक मोना शाह ने कहा, ‘‘यह चुनाव चक्र विभाजनकारी था, जो हमारे देश और लोकतंत्र के भविष्य को लेकर अनिश्चितता तथा चिंता से भरा था।’’

एसएबीए उत्तरी अमेरिका ने कहा कि वह नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दक्षिण एशियाई समुदाय को प्रभावित करने वाले नीतिगत मुद्दों की पर उसके सदस्यों की आवाज सुनी जाए, जिसमें नस्लीय न्याय और आव्रजन से लेकर धार्मिक भेदभाव, प्रजनन अधिकार तथा कानून का शासन शामिल हैं।

एसएबीए उत्तरी अमेरिका ने कहा कि अप्रवास में सुधार, प्रजनन न्याय स्वतंत्रता और योग्य दक्षिण एशियाई अधिवक्ताओं का नामांकन इसकी प्रमुख प्राथमिकताएं हैं।

इसमें कहा गया है, ‘‘ये मुद्दे जो इस चुनाव में दक्षिण एशियाई मतदाताओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण थे, निसंदेह आगामी प्रशासन के लिए प्रमुख नीतिगत मुद्दे बने रहेंगे।’’

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि आव्रजन में व्यापक सुधार की जरूरत है। उसने दिसंबर 2023 में बाइडन-हैरिस प्रशासन के तहत एच-1बी कार्यक्रम और पंजीकरण प्रक्रिया में सुधार के लिए यूएससीआईएस के प्रस्ताव पर भी अपनी टिप्पणियां प्रस्तुत की थीं।

भाषा यासिर मनीषा नरेश

नरेश