मुहर्रम के दौरान पाकिस्तान के पंजाब में सोशल मीडिया पर छह दिन के लिए होगा प्रतिबंध

मुहर्रम के दौरान पाकिस्तान के पंजाब में सोशल मीडिया पर छह दिन के लिए होगा प्रतिबंध

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  • Publish Date - July 5, 2024 / 12:11 PM IST,
    Updated On - July 5, 2024 / 12:11 PM IST

(एम जुल्करनैन)

लाहौर, पांच जुलाई (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने इस्लामी महीने मुहर्रम के दौरान ‘नफरत फैलाने वाली सामग्री’ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया मंच ‘यूट्यूब’, ‘व्हाट्सऐप’, ‘फेसबुक’, ‘इंस्टाग्राम’ और ‘टिकटॉक’ पर 13 से 18 जुलाई तक प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है।

पंजाब सरकार की ओर से बृहस्पतिवार देर रात जारी की गई एक अधिसूचना के अनुसार, मुख्यमंत्री मरियम नवाज की कानून एवं व्यवस्था संबंधी कैबिनेट समिति ने 12 करोड़ से अधिक की आबादी वाले प्रांत में 13 से 18 जुलाई के दौरान सभी सोशल मीडिया मंच-यूट्यूब, एक्स, व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिकटॉक आदि पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है, ताकि ‘नफरत फैलाने वाली सामग्री और गलत सूचनाओं पर नियंत्रण किया जा सके और सांप्रदायिक हिंसा से बचा जा सके।’

मरियम नवाज के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अनुरोध किया है कि केंद्र सरकार छह दिनों (13 से 18 जुलाई) के लिए इंटरनेट पर सभी सोशल मीडिया मंचों को निलंबित करने की अधिसूचना जारी करें।

शहबाज शरीफ मरियम नवाज के चाचा हैं।

डॉन अखबार की खबर में कहा गया है कि पंजाब सरकार ने ‘यौम-ए-आशूरा’ के दौरान इंटरनेट बंद करने और मोबाइल जाम करने के नियमित उपायों से आगे बढ़ कर कई सोशल मीडिया मंच पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। प्रांतीय सरकार को ऐसी सूचना मिली है कि सीमा पार के तत्वों सहित ‘बाहरी ताकतें’ नफरत भरी सामग्री फैलाने का प्रयास कर रही हैं।

‘यौम-ए-आशूरा’ इस्लामी कैलेंडर के पहले महीने मुहर्रम की दसवीं तारीख को कहते हैं।

सूत्रों ने बताया कि पंजाब सरकार ने शुरू में विचार किया था कि मुहर्रम की 9 वीं और 10वीं तारीख को सोशल मीडिया मंच बंद कर दिए जाएं।

कैबिनेट मंत्री सैयद आशिक हुसैन किरमानी ने बताया कि कैबिनेट समिति ने नफरत फैलाने वाली सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया ऐप को बंद करने का सुझाव दिया था।

किरमानी ने कहा कि इस मुद्दे पर एक बैठक में चर्चा की गई कि मुहर्रम के दौरान सोशल मीडिया मंच, विशेष रूप से फेसबुक और एक्स पर नफरत भरी सामग्री कई गुना बढ़ जाती है जिससे दो व्यक्तियों के बजाय दो संप्रदायों के बीच हिंसा होने की आशंका बलवती होती है।

उन्होंने कहा, ”विशेष रूप से मुहर्रम के दौरान नफरत भरी सामग्री का प्रसार दुश्मनी पैदा करता है और इससे पूरा माहौल खराब होता है।

किरमानी ने कहा कि मुहर्रम से पहले, उस दौरान और उसके एक दिन बाद सोशल मीडिया मंचों को बंद करने की सिफारिश की गई है।

पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसीम मुनीर पहले ही सोशल मीडिया को ‘दुष्ट मीडिया’ और ‘डिजिटल आतंकवाद’ करार दे चुके हैं। साथ ही उन्होंने इन सोशल मीडिया मंचों से निपटने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी हाल ही में सोशल मीडिया पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया था।

पाकिस्तान के आम चुनाव के परिणामों में बदलाव करने के आरोपों के बाद शहबाज शरीफ सरकार ने पिछले फरवरी में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ को बंद कर दिया था। प्रतीत होता है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के जेल में बंद संस्थापक इमरान खान को सत्ता में आने से रोकने के लिए सैन्य प्रतिष्ठान के आदेश पर ऐसा किया गया था।

भाषा प्रीति मनीषा

मनीषा