ट्रंप की रैली में गोलीबारी से पहले सीक्रेट सर्विस की विफलताएं ‘रोकी जा सकती थीं’: सीनेट समिति

ट्रंप की रैली में गोलीबारी से पहले सीक्रेट सर्विस की विफलताएं ‘रोकी जा सकती थीं’: सीनेट समिति

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  • Publish Date - September 25, 2024 / 04:41 PM IST,
    Updated On - September 25, 2024 / 04:41 PM IST

वाशिंगटन, 25 सितंबर (एपी) पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए जुलाई में आयोजित रैली से पहले खुफिया सेवा की कई विफलताएं “पूर्वानुमानित, रोके जाने योग्य और सीधे तौर पर उस दिन हत्या के प्रयास के परिणामस्वरूप होने वाली घटनाओं से संबंधित थीं”। बुधवार को जारी एक द्विदलीय सीनेट जांच में यह बात सामने आई।

इस रैली में एक बंदूकधारी ने गोलीबारी की थी और ट्रंप भी इस हमले में घायल हो गए थे।

एजेंसी की अपनी आंतरिक जांच और सदन में चल रही द्विदलीय जांच के समान, सीनेट की होमलैंड सुरक्षा और सरकारी मामलों की समिति की अंतरिम रिपोर्ट में पेनसिल्वेनिया के बटलर में हुई गोलीबारी से पहले लगभग हर स्तर पर कई विफलताएं पाई गयीं। इन विफलताओं में योजना, संचार, सुरक्षा और संसाधनों का आवंटन शामिल है।

होमलैंड समिति के डेमोक्रेटिक अध्यक्ष और मिशिगन के सीनेटर गैरी पीटर्स ने कहा, “उन असफलताओं के परिणाम भयंकर थे।”

जांचकर्ताओं ने पाया कि सीक्रेट सर्विस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच कोई स्पष्ट कमान श्रृंखला नहीं थी और उस इमारत में सुरक्षा घेरे के लिए कोई योजना नहीं थी, जहां हमलावर गोलियां चलाने के लिए चढ़ा था।

अधिकारी कई अलग-अलग रेडियो चैनलों पर काम कर रहे थे, जिसके कारण संचार में बाधा उत्पन्न हो रही थी, तथा हेल्पलाइन पर काम कर रहा एक अनुभवहीन ड्रोन परिचालक उपकरण में हुई गड़बड़ी के कारण ठीक से काम नहीं कर पाया।

पीटर्स ने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों के बीच संचार “टेलीफोन का एक बहु-चरणीय खेल” था।

रिपोर्ट में पाया गया कि हमलावर थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के गोलीबारी करने से लगभग दो मिनट पहले सीक्रेट सर्विस को इमारत की छत पर एक व्यक्ति के बारे में सूचना दी गई थी। क्रुक्स ने ट्रंप की दिशा में आठ गोलियां चलाईं। पूर्व राष्ट्रपति जहां भाषण दे रहे थे उस जगह से हमलावर की दूरी 150 गज से भी कम थी। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से 2024 के लिये राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप की हत्या के प्रयास में एक गोली या गोली का टुकड़ा कान में लगा था। रैली में शामिल एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो अन्य घायल हो गए थे। बाद में खुफिया सेवा के निशानेबाज ने हमलावर को मार गिराया था।

रिपोर्ट में पाया गया कि क्रूक्स द्वारा गोली चलाने से लगभग 22 सेकंड पहले, एक स्थानीय अधिकारी ने रेडियो अलर्ट भेजा था कि इमारत पर एक हथियारबंद व्यक्ति मौजूद है। लेकिन यह जानकारी खुफिया सेवा के उन प्रमुख कर्मियों तक नहीं पहुंचाई गई, जिनका सीनेट जांचकर्ताओं ने साक्षात्कार लिया था।

समिति ने खुफिया सेवा के एक ‘स्नाइपर’ (निशानेबाज) से भी पूछताछ की, जिसने बताया कि उन्होंने अधिकारियों को अपनी बंदूकें तानकर उस इमारत की ओर भागते देखा, जहां हमलावर था, लेकिन उस व्यक्ति ने कहा कि उन्होंने ट्रंप को मंच से उतारने के लिए किसी को सूचित करने के बारे में नहीं सोचा था।

सीनेट की यह रिपोर्ट, खुफिया सेवा द्वारा पांच पृष्ठों का दस्तावेज जारी करने के कुछ ही दिनों बाद आई है, जिसमें अभी तक अंतिम रूप नहीं दी गई खुफिया सेवा रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्षों का सारांश दिया गया है कि क्या गलत हुआ था, तथा यह रिपोर्ट गोलीबारी की जांच कर रहे द्विदलीय सदन कार्यबल द्वारा बृहस्पतिवार को होने वाली सुनवाई से पहले आई है।

सदन की समिति इस महीने की शुरुआत में ट्रंप पर हुए हत्या के दूसरे प्रयास की भी जांच कर रही है, जब खुफिया सेवा एजेंटों ने ट्रंप के फ्लोरिडा क्लब के गोल्फ कोर्स में छिपे एक व्यक्ति को राइफल के साथ गिरफ्तार किया था।

भाषा प्रशांत माधव

माधव