इस्लामाबाद में एससीओ सम्मेलन: विदेश मंत्री जयशंकर ने आतंकवाद, उग्रवाद पर चिंता जताई

इस्लामाबाद में एससीओ सम्मेलन: विदेश मंत्री जयशंकर ने आतंकवाद, उग्रवाद पर चिंता जताई

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  • Publish Date - October 16, 2024 / 01:28 PM IST,
    Updated On - October 16, 2024 / 01:28 PM IST

(मानस प्रतिम भुइयां)

इस्लामाबाद, 16 अक्टूबर (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को परोक्ष संदेश देते हुए बुधवार को कहा कि यदि सीमा पार की गतिविधियां आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद पर आधारित होंगी तो व्यापार, ऊर्जा और संपर्क सुविधा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने की संभावना नहीं है।

जयशंकर ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सहयोग आपसी सम्मान और समानता पर आधारित होना चाहिए तथा इसमें राष्ट्रों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता दी जानी चाहिए।

विदेश मंत्री ने इस्लामाबाद में आयोजित एससीओ देशों के शासन प्रमुखों की परिषद (सीएचजी) के शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। इस सम्मेलन की अध्यक्षता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने की।

जयशंकर ने कहा कि सहयोग के लिए विश्वास महत्वपूर्ण है और यदि समूह मिलकर आगे बढ़ता है तो एससीओ सदस्य देशों को काफी लाभ हो सकता है।

उन्होंने कहा कि सहयोग आपसी सम्मान और संप्रभुता की समानता पर आधारित होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘इसमें क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता को मान्यता दी जानी चाहिए। इसे वास्तविक साझेदारी पर आधारित होना चाहिए, न कि एकतरफा एजेंडे पर। अगर हम वैश्विक व्यवस्थाओं, खासकर व्यापार और पारगमन के क्षेत्रों में अपने फायदे के हिसाब से चयन करेंगे तो यह (सहयोग) आगे नहीं बढ़ सकता।’’

उनकी इस टिप्पणी को अहम मुद्दों पर चीन के आक्रामक व्यवहार के परोक्ष संदर्भ के रूप में देखा जा रहा है।

भाषा सिम्मी नरेश

नरेश