वैज्ञानिकों ने आधुनिक युग के कुत्तों का संबंध हिम युग से होने का दावा किया

वैज्ञानिकों ने आधुनिक युग के कुत्तों का संबंध हिम युग से होने का दावा किया

वैज्ञानिकों ने आधुनिक युग के कुत्तों का संबंध हिम युग से होने का दावा किया
Modified Date: November 29, 2022 / 08:24 pm IST
Published Date: October 30, 2020 12:23 pm IST

लंदन, 30 अक्टूबर (भाषा) पुरातत्वविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम के एक वैश्विक अध्ययन में यह पाया गया है कि हिम युग के ठीक बाद के समय में करीब 11,000 साल पहले पांच अलग-अलग प्रकार के कुत्ते पाए जाते थे। इस खोज से मानव के सबसे वफादार माने जाने वाले इस जानवर के कई वंशानुक्रमों पर प्रकाश डालने में मदद मिलेगी।

यह अध्ययन साइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इसमें 27 कुत्तों के प्राचीन डीएनए की संरचना का पता लगाया गया है। इनमें से कुछ कुत्ते यूरोप और साइबेरिया में करीब 11,000 साल पहले के थे।

वैज्ञानिकों ने पाया है कि अतीत में एक समय में, हिम युग के ठीक बाद और किसी अन्य जानवर को पालतू बनाये जाने से पहले, कम से कम पांच अलग-अलग आनुवांशिक पूर्वजों वाले कुत्ते मौजूद थे।

 ⁠

अध्ययन दल में ब्रिटेन के फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक भी शामिल हैं।

अध्ययन के नतीजों से यह पता चलता है कि आज के समय में दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कुत्तों में जो विविधता पाई जाती है, वह उस समय से है जब मनुष्य भोजन के लिये आखेट पर निर्भर था और खाद्य संग्राहक था।

फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट से अध्ययन के सह लेखक पोंटस स्कोगलुंद ने कहा, ‘‘आज के समय में गलियों में घूमते कुत्तों की जो आप नस्ल देखते हैं कि उनकी उत्पत्ति हिम युग में हुई थी। इस अवधि के समाप्त होने तक कुत्ते उत्तरी गोलार्ध में व्यापक रूप से फैल चुके थे। ’’

अध्ययन में वैज्ञानिकों ने कुत्तों की अस्थियों के अवशेषों से लिये गये डीएनए का विश्लेषण किया।

टीम ने यह प्रदर्शित किया कि पिछले 10,000 वर्षों में इन शुरूआती कुत्तों की प्रजातियां मिश्रित हुई और उनसे मौजूदा समय के कुत्ते अस्तित्व में आये।

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अध्ययन के सह लेखक ग्रेगर लार्सन ने कहा, ‘‘कुत्ते सबसे पुराने और सबसे करीबी जंतु रहे हैं। प्राचीन कुत्तों के डीएनए का उपयोग कर यह बात सामने आई है कि हमारा साझा इतिहास कितना पुराना है और हमें यह समझने में मदद मिलेगी कि कब और कहां यह गहरा संबंध शुरू हुआ था। ’’

बहरहाल, वैज्ञानिक अब भी यह पता लगाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं कि कहां और किस मानव संस्कृति में कुत्तों को सबसे पहले पालतू बनाया गया था।

भाषा सुभाष उमा

उमा


लेखक के बारे में