रियाद: Saudi Arabia bans Tablighi Jamaat कोरोना संक्रमण की पहली लहर के दौरान भारत में तबलीगी जमात को लेकर जमकर बवाल मचा था। देश में संगठन को बैन करने की मांग भी उठी थी, लेकिन अब तब प्रतिबंध नहीं लगाया जा सका है। वहीं, दूसरी ओर सऊदी अरब ने तबलीगी जमात पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही कहा है कि तबलीगी जमात और कुछ नहीं बल्कि आतंवाद में एंट्री करने का गेटवे है।
Saudi Arabia bans Tablighi Jamaat सऊदी अरब में इस्लामिक मामलों के मंत्री डॉ अब्दुल्लातिफ अल शेख ने ट्वीट करके इस बारे में जानकारी दी। मंत्री ने मस्जिदों के इमामों के निर्देश दिया कि वे शुक्रवार को नमाज के लिए आने वाले लोगों को तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) की असलियत के बारे में अवगत कराएं और इसमें शामिल होने से रोकें।
सऊदी (Saudi Arabia) सरकार के ट्वीट में कहा गया, ‘मंत्री डॉ अब्दुल्लातिफ अल शेख ने तबलीगी जमात और दावाह ग्रुप (Da’wah) पर बैन लगा दिया। सभी मस्जिदों के इमामों को कहा गया है कि वे नमाज के आने वाले लोगों को सरकार के इस फैसले की जानकारी दें। साथ ही इन दोनों संगठनों से दूर रहने के लिए प्रेरित करें। इन दोनों संगठनों को संयुक्त रूप से अल अहबाब कहा जाता है।’
सहयोगी वेबसाइट WION के मुताबिक मंत्री ने इमामों और मौलानाओं को निर्देश दिया कि वे जुमे को होने वाली नमाज में लोगों को इन दोनों संगठनों के खतरों के बारे में बताएं। लोगों को इस बात की जानकारी भी दी जाए कि तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) और दावाह ग्रुप से किसी तरह का संपर्क रखने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।
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बता दें कि तबलीगी जमात की स्थापना भारत में वर्ष 1926 में हुई थी। जबकि सऊदी अरब में यह उससे सैकड़ों साल पहले से काम कर रहा है। यह एक कट्टर सुन्नी इस्लामिक संगठन है। कहने को तो यह एक धर्म प्रचारक संगठन है लेकिन यह मुसलमानों के अलावा और कहीं प्रचार के लिए नहीं जाता।
His Excellency the Minister of Islamic Affairs, Dr.#Abdullatif Al_Alsheikh directed the mosques' preachers and the mosques that held Friday prayer temporary to allocate the next Friday sermon 5/6/1443 H to warn against (the Tablighi and Da’wah group) which is called (Al Ahbab)
— Ministry of Islamic Affairs
(@Saudi_MoiaEN) December 6, 2021