पुतिन को यूक्रेन के साथ समझौता करना चाहिए, जेलेंस्की बातचीत के लिए तैयार: ट्रंप

पुतिन को यूक्रेन के साथ समझौता करना चाहिए, जेलेंस्की बातचीत के लिए तैयार: ट्रंप

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  • Publish Date - January 24, 2025 / 08:47 AM IST,
    Updated On - January 24, 2025 / 08:47 AM IST

वाशिंगटन, 24 जनवरी (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन के साथ “समझौता करना चाहिए”। ट्रंप ने कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति के साथ यथाशीघ्र मुलाकात करेंगे।

इससे पहले उन्होंने अपने रूसी समकक्ष को यूक्रेन में ‘बेवकूफी भरी जंग’ खत्म करने या फिर ऊंचे शुल्क और प्रतिबंधों का सामना करने की चेतावनी दी थी। 20 जनवरी को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने वाले ट्रंप ने बुधवार को अपने स्वामित्व वाले सोशल मीडिया मंच ‘ट्रुथ सोशल’ पर यह बात कही।

बृहस्पतिवार को ‘ओवल ऑफिस’ में पत्रकारों से बात करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, “मुझे लगता है कि उन्हें (पुतिन को) समझौता करना चाहिए।” जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि रूस पर प्रतिबंध पुतिन को बातचीत करने के लिए मजबूर करेंगे, तो उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता”।

उन्होंने कहा, “रूस को एक समझौता करना चाहिए। हो सकता है कि वे समझौता करना चाहते हों। मुझे लगता है, मैंने जो सुना है, उसके अनुसार पुतिन मुझसे मिलना चाहेंगे। और हम जल्द से जल्द मिलेंगे। मैं तुरंत मिलूंगा। युद्ध के मैदान में सैनिक मारे जा रहे हैं।”

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ऐसा कोई युद्धक्षेत्र नहीं देखा गया… और मेरे पास ऐसी तस्वीरें हैं जिन्हें आप नहीं देखना चाहेंगे। हर दिन इतनी संख्या में सैनिक मारे जा रहे हैं, जैसा हमने दशकों में नहीं देखा। इस युद्ध को समाप्त करना अच्छा होगा। यह एक हास्यास्पद युद्ध है।”

एक अन्य सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन समझौता करने के लिए तैयार है। ट्रंप ने कहा, “वह (वोलोदिमिर जेलेंस्की) समझौता करने के लिए तैयार हैं। वह रुकना चाहते हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने बहुत सारे सैनिक खो दिए हैं। रूस ने भी ऐसा ही किया। रूस ने ज्यादा सैनिक खोए, उसने 8,00,000 सैनिक खो दिए।”

उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि शीघ्र ही युद्ध विराम समझौता नहीं हुआ, तो उनके पास “रूस द्वारा अमेरिका और अन्य भागीदार देशों को बेची जाने वाली किसी भी वस्तु पर शुल्क, कर और प्रतिबंध लगाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं होगा।”

भाषा प्रशांत यासिर

प्रशांत