पुतिन ने सऊदी अरब की यात्रा की, सऊदी अरब हुए रवाना

पुतिन ने सऊदी अरब की यात्रा की, सऊदी अरब हुए रवाना

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  • Publish Date - December 6, 2023 / 10:13 PM IST,
    Updated On - December 6, 2023 / 10:13 PM IST

दुबई, छह दिसंबर (एपी) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया और उसके बाद सऊदी अरब रवाना हो गए।

पुतिन की इस एक दिवसीय यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन में उनके देश के युद्ध के मद्देनजर दो प्रमुख तेल उत्पादक देशों सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से समर्थन जुटाना है जिनका झुकाव अमेरिका की ओर माना जाता है।

पुतिन अमीरात की राजधानी अबू धाबी पहुंचे। दुबई संयुक्त राष्ट्र की सीओपी28 जलवायु वार्ता की मेजबानी कर रहा है।

संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ अपनी वार्ता में बोलते हुए, पुतिन ने ऊर्जा सहयोग, पश्चिम एशिया में संघर्ष और ‘यूक्रेन संकट’ पर चर्चा करने की पेशकश की। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के साथ रूस के संबंधों की वर्तमान स्थिति की प्रशंसा की और सीओपी28 जलवायु वार्ता की मेजबानी के लिए देश को बधाई दी।

पुतिन यूक्रेन पर युद्ध के लिए अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बावजूद बुधवार को सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की यात्रा कर रहे हैं।

सऊदी अरब और यूएई दोनों ने ही आईसीसी की संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इसका अर्थ यह है कि युद्ध के दौरान यूक्रेन से बच्चों के अपहरण के लिए पुतिन को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराने संबंधी वारंट पर पुतिन को हिरासत में लेने का उन पर कोई दायित्व नहीं होगा।

पुतिन इस चिंता के कारण दक्षिण अफ्रीका में एक शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए कि वहां पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।

यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब सशस्त्र संयुक्त राष्ट्र पुलिस दुबई के एक्सपो सिटी के एक हिस्से में गश्त कर रही है, जिसे अब वार्ता के लिए अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र माना जाता है। यह यात्रा एक बार फिर रूस के साथ अमीरात के व्यापक व्यापारिक संबंधों को उजागर करती है।

जब पुतिन अपने विमान की सीढ़ियों से नीचे उतरे तब संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान मुस्कुराते हुए उनसे मिले। जैसे ही पुतिन देश के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलने के लिए अबू धाबी के कसर अल-वतन महल पहुंचे, यूएई की सैन्य टीम के विमानों ने रूसी ध्वज के रंगों-लाल, सफेद और नीले धुआं छोड़ते हुए उड़ान भरी।

उनके आगमन मार्ग पर घोड़ों और ऊँटों पर सवार सैनिक कतार में खड़े थे, रूसी और अमीरात के झंडे भी खंभों पर लगाये गए थे।

अमीरात में पुतिन का भव्य स्वागत रूस के साथ संयुक्त अरब अमीरात के व्यापक व्यापारिक संबंधों को रेखांकित करता है। हालांकि उसका रक्षा साझेदार अमेरिका है।

दूसरी ओर यूक्रेन ने पुतिन की देश की यात्रा को लेकर आक्रोश जाहिर किया है और पुतिन को उनके देश में पर्यावरणीय अपराध के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

सीओपी28 में यूक्रेन के मंडप की एक कार्यकर्ता मार्हार्यता बोहदानोवा ने अपने आंसू पोंछते हुए कहा, ‘‘यह देखना बेहद परेशान करने वाला है कि दुनिया युद्ध अपराधियों के साथ कैसा व्यवहार करती है, क्योंकि मेरी राय में वह ऐसे ही हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कैसे लोग बड़े आयोजनों में उन्हें (पुतिन को) पसंद करते हैं… उसके साथ एक प्रिय अतिथि की तरह व्यवहार करना, मेरी राय में बहुत ही पाखंड से भरा है।’’

रूस के मंडप के अधिकारियों ने एसोसिएटेड प्रेस (एपी) से बात करने से इनकार कर दिया।

पुतिन ने इससे पहले 2019 में संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया था, तब अबू धाबी के राजकुमार शेख मोहम्मद ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया था।

कोरोना वायरस महामारी के दौरान रूसी राष्ट्रपति पृथकवास में रह रहे थे। उन्होंने फरवरी 2022 में यूक्रेन को निशाना बनाकर आक्रमण शुरू किया। यह युद्ध आज भी जारी है और सीओपी28 वार्ता में यूक्रेनी राजनयिकों के लिए एक मुद्दा रहा है।

इस बीच, इजराइल-हमास युद्ध पश्चिम एशिया, विशेष रूप से संयुक्त अरब अमीरात के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय बना हुआ है, जो 2020 में इजराइल के साथ राजनयिक मान्यता पर पहुंच गया। ईरान समर्थित यमन के हूथी विद्रोहियों के हालिया हमलों से लाल सागर में वाणिज्यिक नौ परिवहन को भी खतरा है।

पुतिन बृहस्पतिवार को ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से मुलाकात करने वाले हैं। दोनों देश उन पर लगे पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से निपटने के तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं।

इससे पूर्व रूस के राष्ट्रपति भवन के एक सहयोगी यूरी उशाकोव ने कहा कि पुतिन सऊदी अरब जाएंगे और एक दिवसीय यात्रा पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करेंगे। ये चर्चाएं संभवतः पश्चिम एशिया में मास्को की अन्य प्रमुख चिंता – तेल – पर केंद्रित होंगी।

रूस ‘ओपेक प्लस’ का हिस्सा है, जो तेल उत्पादक सदस्यों और अन्य देशों का एक समूह है। समूह ने कच्चे तेल की कीमतों को बढ़ाने की कोशिश के तहत उत्पादन का प्रबंधन किया है। पिछले सप्ताह समूह ने अगले वर्ष के लिए उत्पादन में कटौती का विस्तार किया।

यह यात्रा सीओपी28 में अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और यूक्रेन का समर्थन करने वाले अन्य लोगों सहित पश्चिमी नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद हो रही है।

पुतिन की यात्रा के बारे में सरकारी समाचार एजेंसी ‘तास’ द्वारा बुधवार सुबह प्रकाशित एक खबर में इस बात का कोई जिक्र नहीं किया गया कि पुतिन सीओपी28 स्थल पर आ सकते हैं या नहीं। यूरी उशाकोव के हवाले से कहा गया है कि पुतिन वहां पहुंचेंगे और ‘‘महल में बैठक’’ करेंगे तथा अमीरात के नेता शेख मोहम्मद के साथ आमने-सामने की बातचीत करेंगे।

सीओपी सम्मेलन का जिम्मा संभालने वाले जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के ‘फ्रेमवर्क कन्वेंशन’ के प्रवक्ता एलेक्जेंडर सैयर ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें ‘‘इस बात की जानकारी नहीं है कि पुतिन सम्मेलन में आएंगे, लेकिन मुझे विदेश मंत्रालय के साथ ही मेजबान देश के साथ तालमेल करने की भी आवश्यकता होगी।’’

उन्होंने तुरंत यह जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या संयुक्त राष्ट्र पुलिस गिरफ्तारी करने के लिए बाध्य होगी। सीओपी28 के लिए अमीराती संगठन समिति ने यूएई के विदेश मंत्रालय को प्रश्न भेजे, जिन्होंने तुरंत जवाब नहीं दिया।

एपी अमित पवनेश

पवनेश