Bangladesh Latest News in Hindi : ढाका। इस समय बांग्लादेश के हालत अस्थिर बने हुए हैं। कई शहरों में छात्रों का प्रदर्शन देखा जा रहा है। सैकड़ों की तादात में लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार देश में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच अपनी पद से इस्तीफा दे दिया। इतना ही नहीं वह राजधानी ढाका छोड़ किसी सुरक्षित जगह पर के लिए निकल गई हैं। इस्तीफे के बाद प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने शेख हसीना के आवास पर धावा बोल दिया और उनके बेडरूम तक में घुस गए।
बांग्लादेशी लोगों ने #शेखहसीना के आवास पर किया कब्जा pic.twitter.com/r0wcDMdMq6
— Shahnawaz Sadique (@shahnawazsadiqu) August 5, 2024
Bangladesh Latest News in Hindi : इतना ही नहीं उनके आवास को पूरी तरह से अस्त व्यस्त कर दिया है। बता दें कि अभी भी बांग्लादेश में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही हैं। परिस्थितियां इतनी बिगड़ चुकी हैं कि यहां पर लाखों लोग सड़को पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारियों ने शेख हसीना के ऑफिस में भी आग लगा दी है। इतना ही नहीं बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति को भी तोड़ गिराया है।
बांग्लादेश
प्रधानमंत्री आवास में चिकन खाया जा रहा है.. pic.twitter.com/8Z3JchQz3I
— Govind Pratap Singh | GPS (@govindprataps12) August 5, 2024
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेडरूम में घुसे प्रदर्शनकारी. श्रीलंका जैसे हालात….
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आर्मी चीफ जनरल बकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हमारी सभी राजनीतिक दलों से बातचीत चल रही है। देश में ऐसे हालातों के बीच अंतरिम सरकार का गठन करेंगे। वहीं आर्मी चीफ ने कहा कि देश में अरबों का नुकसान हुआ है और हम प्रदर्शनकारियों से गुजारिश करते हैं कि हम देश में शांति बनाने का प्रयास करें। सूत्रों के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि शेख हसीना अपनी बहन के साथ दिल्ली आ सकती हैं। क्योंकि उनका परिवार दिल्ली में रहता है। वहीं दिल्ली के रास्ते वह लंदन का रूख करेंगी।
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर बवाल शुरू हुआ. और ऐसा नहीं है कि ये अचानक से आज-कल में ही शुरू हुआ। पहले भी इसको लेकर विरोध प्रदर्शन हो चुके हैं। प्रदर्शनकारी इस कथित विवादास्पद रिजर्वेशन सिस्टम को खत्म करने की मांग कर थे, जिसके तहत बांग्लादेश मुक्ति संग्राम (1971) में हिस्सा लेने वाले लड़ाकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है।
रविवार को सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के बैनर तले आयोजित ‘असहयोग आंदोलन’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई।