राष्ट्रपति मुर्मू ने मलावी के राष्ट्रपति से मुलाकात की, द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने पर बातचीत की

राष्ट्रपति मुर्मू ने मलावी के राष्ट्रपति से मुलाकात की, द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने पर बातचीत की

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  • Publish Date - October 18, 2024 / 08:08 PM IST,
    Updated On - October 18, 2024 / 08:08 PM IST

लिलोंग्वे (मलावी), 18 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को यहां मलावी के राष्ट्रपति लाजारुस मैककार्थी चाकवेरा से मुलाकात की और द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर ‘सार्थक’ चर्चा की।

मुर्मू अफ्रीका के तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में बृहस्पतिवार को मलावी पहुंचीं। उनकी उपस्थिति में कला और संस्कृति, खेल और फार्मास्युटिकल सहयोग समेत अनेक क्षेत्रों में समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए।

यह मुलाकात लिलोंग्वे में स्टेट हाउस में हुई।

राष्ट्रपति कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने भारत-मलावी रिश्ते को और गहरा करने के लिए विभिन्न मुद्दों पर सार्थक चर्चा की।’’

उसने कहा, ‘‘वह मानवीय सहायता के रूप में प्रतीकात्मक रूप से 1000 मीट्रिक टन चावल तथा स्वास्थ्य सहयोग के रूप में मलावी को भाभाट्रॉन कैंसर उपचार मशीन सौंपे जाने की भी साक्षी बनीं।’’

राष्ट्रपति ने मलावी में एक स्थायी ‘आर्टिफीशियल लिंब फिटमेंट सेंटर’ स्थापित करने में भारत सरकार के सहयोगी की भी घोषणा की।

मुर्मू ने इससे पहले यहां राष्ट्रीय समर स्मारक पर जाकर प्रथम और द्वितीय विश्व युद्धों में जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी जिनमें भारतीय सैनिक भी शामिल थे।

वह इस अफ्रीकी राष्ट्र में आने वाली प्रथम भारतीय राष्ट्राध्यक्ष हैं।

राष्ट्रपति के कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में यह जानकारी दी।

मुर्मू ने मलावी के प्रथम राष्ट्रपति डॉ हैस्टिंग्स कामुजू बांदा की कब्र पर पुष्पचक्र भी अर्पित किया।

उन्होंने बृहस्पतिवार को यहां भारतीय समुदाय को संबोधित किया था और उन्हें दोनों देशों के बीच कड़ी बताया।

राष्ट्रपति ने भारत-मलावी उद्यमी सम्मेलन को भी संबोधित किया और कहा कि कृषि, खनन, ऊर्जा और पर्यटन के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के विस्तार की अपार संभावनाएं हैं।

यहां कामुजू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उपराष्ट्रपति माइकल उसी ने मुर्मू का स्वागत किया। राष्ट्रपति अल्जीरिया और मॉरिटानिया की सफल यात्राओं के बाद यहां पहुंचीं, जहां उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए अपने संबंधित समकक्षों के साथ बातचीत की।

भाषा वैभव धीरज

धीरज