अल्जीयर्स (अल्जीरिया), 14 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीरिया की राजधानी अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार और भारतीय समाज ने हमेशा विदेशों में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और मान को बढ़ाने में भारतीय समुदाय की भूमिका को महत्व दिया है।
मुर्मू तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में रविवार शाम अल्जीयर्स पहुंचीं। यह भारतीय राष्ट्रपति द्वारा अफ्रीका के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए किया गया पहला दौरा है।
राष्ट्रपति मुर्मू सोमवार को अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देलमदजीद तेब्बौने से मुलाकात करेंगी।
मुर्म भारतीय कंपनी शापूरजी पलोंजी द्वारा निर्मित किंग अब्दुल्ला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र का दौरा भी कर सकती हैं।
इससे पहले रविवार शाम को राजधानी अल्जीयर्स पहुंचने के तुरंत बाद उन्होंने भारतीय समुदाय से बातचीत की।
राष्ट्रपति भवन की ओर से सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किए गए एक पोस्ट में कहा गया, ‘राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अल्जीयर्स में भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भाग लिया। राष्ट्रपति ने कहा कि अल्जीरिया में भारतीय समुदाय भारत के हितों को आगे बढा रहा है।’
मुर्मू ने अपने भाषण में कहा, ‘1.4 अरब भारतीयों के सामूहिक प्रयासों से हम आशाओं और आकांक्षाओं की एक नई यात्रा पर चल रहे हैं, भारत तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है, अल्जीरिया और विदेशों में हमारे भारतीय समुदाय की सद्भावना और समर्थन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरा यकीन है कि भारत का विकास और अल्जीरिया की शक्ति हमारे रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।’
आरंभ में मुर्मू ने याद किया कि किस प्रकार भारत ने शुरू से ही उपनिवेशवाद का विरोध करते हुए अल्जीरिया के स्वतंत्रता संग्राम का समर्थन किया था और किस प्रकार भारतीय नेताओं के अल्जीरिया के नेताओं के साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 1950 के दशक के अंत और 1960 के दशक के प्रारंभ में ‘नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ अल्जीरिया’ के प्रमुख भारत में मौजूद थे।
उन्होंने आगे कहा, ‘जब 1962 में अल्जीरिया स्वतंत्र हुआ, तो भारत अल्जीरिया का समर्थन करने के लिए वहां मौजूद था और हमने तुरंत नए राष्ट्र के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए।’
उन्होंने कहा कि तब से राजनयिक संबंध कई गुना बढ़ गए हैं और भौगोलिक दूरी के बावजूद दोनों देशों के बीच सदैव घनिष्ठ मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं।
मुर्मू ने अल्जीरिया में अरबी भाषा में देखी जाने वाली भारतीय फिल्मों और टीवी धारावाहिकों की लोकप्रियता की ओर ध्यान दिलाया। राष्ट्रपति को बताया गया कि बुजुर्ग अल्जीरियाई लोग 70 और 80 के दशक के भारतीय शिक्षकों और डॉक्टरों को कितने स्नेह से याद करते हैं। राष्ट्रपति नेकहा कि उन्हें यह जानकर बहुत खुशी हुई कि अल्जीरियाई दुल्हनें अपने तीन दिवसीय विवाह समारोह के दौरान भारतीय साड़ी पहनती हैं।
उन्होंने कहा कि लगभग 4,000 भारतीय नागरिक अल्जीरिया में रह रहे हैं और विभिन्न परियोजनाओं और प्रतिष्ठानों में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमारे कुशल श्रमिक और तकनीशियन दूरदराज के क्षेत्रों में कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि अल्जीरिया में कई सार्वजनिक और निजी भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे भारत अमृत काल के मार्ग पर आगे बढ़ेगा, हम दक्षिण.दक्षिण सहयोग की भावना को बनाए रखते हुए अल्जीरिया जैसे देशों के साथ संबंध बनाए रखेंगे।’
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि अल्जीरिया में मेहनतकश भारतीय एक तरह से इस देश में भारत के वास्तविक राजदूत हैं।
उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार और भारतीय समाज ने विदेशों में भारत की स्थिति, प्रतिष्ठा और मान बढ़ाने में भारतीय समुदाय के योगदान को सदैव महत्व दिया है और उसकी सराहना की है।’
राष्ट्रपति बाद में मॉरिटानिया और मलावी की यात्रा करेंगी।
भाषा योगेश नरेश
नरेश