राष्ट्रपति मुर्मू ने अल्जीरियाई राष्ट्रपति तब्बौन से वार्ता की |

राष्ट्रपति मुर्मू ने अल्जीरियाई राष्ट्रपति तब्बौन से वार्ता की

राष्ट्रपति मुर्मू ने अल्जीरियाई राष्ट्रपति तब्बौन से वार्ता की

:   Modified Date:  October 14, 2024 / 08:55 PM IST, Published Date : October 14, 2024/8:55 pm IST

अल्जीयर्स (अल्जीरिया), 14 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को यहां अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देल मजीद तब्बौन से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की तथा विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर सहमति जताई।

मुर्मू तीन देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण के तहत रविवार को यहां पहुंचीं, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की पहली अल्जीरिया यात्रा है।

विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत-अल्जीरिया के संबंधों को गति प्रदान कर रहे हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज अल्जीरिया के राष्ट्रपति अब्देल मजीद तब्बौन से मुलाकात की।’’

मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा गया, ‘‘दोनों नेताओं ने भारत-अल्जीरिया संबंधों की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम करने पर राजी हुए।’’

अल्जीरिया में भारतीय दूतावास की वेबसाइट के अनुसार 2022-23 के दौरान भारत से अल्जीरिया को निर्यात 61.3 करोड़ अमेरिकी डॉलर था जो 2023-24 में बढ़कर 84.816 करोड़ डॉलर हो गया। 2022-23 के दौरान भारत का आयात 1.5 अरब डॉलर था और 2023-24 के दौरान 88.554 करोड़ डॉलर हो गया।

भारत द्वारा अल्जीरिया को निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में चावल, दवा उत्पाद, पॉलीएथिलीन टेरेफ्थेलेट, ग्रेनाइट और बोनलेस मांस शामिल है। अल्जीरिया से भारत द्वारा आयातित उत्पादों में मुख्य रूप से पेट्रोलियम तेल, एलएनजी, प्राकृतिक कैल्शियम फॉस्फेट, संतृप्त मेथनॉल और यूरिया शामिल है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने आज दिन में यहां मकम एचाहिद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और अल्जीरिया की आजादी की लड़ाई में जान गंवाने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।

राष्ट्रपति ने मोउदजाहिद में नेशनल म्यूजियम का भी दौरा किया जो आजादी के लिए अल्जीरिया के संघर्ष की याद दिलाता है।

रविवार को अल्जीरियाई राजधानी में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान मुर्मू ने कहा कि नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ अल्जीरिया के प्रमुख 50 के दशक के अंत और 60 के दशक की शुरुआत में भारत में मौजूद थे और “जब 1962 में अल्जीरिया स्वतंत्र हुआ, तो भारत अल्जीरिया का समर्थन करने के लिए वहां मौजूद था और हमने तुरंत नए राष्ट्र के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए”। भारतीय मिशन के अनुसार, अल्जीरिया में विभिन्न परियोजनाओं और प्रतिष्ठानों में लगभग 3,800 भारतीय काम कर रहे हैं, उनमें से कई तकनीकी रूप से कुशल व्यक्ति हैं जो दूरदराज के क्षेत्रों में परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।

बड़ी संख्या में श्रमिक अर्द्ध-कुशल हैं और राज मिस्त्री, लकड़ी का काम करने वाले, पेंटर और वेल्डर के रूप में काम करते हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू अल्जीरिया के बाद मॉरिटानिया और मलावी की यात्रा करेंगी।

भाषा वैभव माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)