रोम, 17 नवंबर (एपी) कैथोलिक ईसाई धर्म के शीर्ष नेता पोप फ्रांसिस ने यह तय करने के लिए जांच का आह्वान किया है कि क्या गाजा में इजराइल के हमले ‘नरसंहार’ हैं। ‘पोप जुबली ईयर’ से पहले रविवार को जारी एक नई पुस्तक के अंशों से यह जानकारी दी गई।
पोप फ्रांसिस ने पहली बार गाजा पट्टी में इजराइल की सैन्य कार्रवाई के दौरान ‘नरसंहार’ के आरोपों की जांच के लिए खुलकर मांग की है। उन्होंने सितंबर में कहा था कि गाजा और लेबनान में इजराइल के हमले ‘अनैतिक’ और असंगत हैं और उसकी सेना युद्ध नियमों से परे चली गई है।
हर्नान रेयेस अलकेड द्वारा लिखित और पोप के साथ साक्षात्कार पर आधारित इस पुस्तक का शीर्षक है ‘‘आशा कभी निराश नहीं करती। बेहतर दुनिया की ओर मुसाफिर’’।
इस किताब का लोकार्पण पोप फ्रांसिस की ‘‘2025 जुबली’’ से पहले किया जाएगा। उम्मीद है कि फ्रांसिस की एक साल चलने वाली ‘जुबली’ को मनाने के लिए तीन करोड़ से अधिक यात्री रोम आएंगे।
इतालवी दैनिक ‘ला स्टैम्पा’ में रविवार को प्रकाशित अंशों के मुताबिक पोप ने कहा, ‘‘कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, गाजा में जो कुछ हो रहा है, उससे नरसंहार के लक्षण मिले हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें सावधानीपूर्वक जांच करनी चाहिए कि क्या यह न्यायविदों और अंतरराष्ट्रीय निकायों द्वारा तैयार की गई तकनीकी परिभाषा के अनुरूप है।’’
एपी धीरज सुरेश
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