कुवैत सिटी, 21 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कुवैत के उन दो नागरिकों से मुलाकात की, जिन्होंने भारत के दो महत्वपूर्ण ग्रंथों महाभारत और रामायण का अरबी में अनुवाद और प्रकाशन किया है।
प्रधानमंत्री ने दोनों ग्रंथों के अरबी संस्करणों की प्रतियों पर हस्ताक्षर भी किए।
मोदी शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे। मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबा के निमंत्रण पर कुवैत पहुंचे हैं।
यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में इस खाड़ी देश की पहली यात्रा है। इससे पहले, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1981 में कुवैत का दौरा किया था।
मोदी ने ‘एक्स’ पर तस्वीरों के साथ एक पोस्ट में कहा, ‘‘रामायण और महाभारत के अरबी अनुवाद देखकर मुझे खुशी हुई। मैं अनुवाद और प्रकाशन में अब्दुल्ला अल-बैरन और अब्दुल लतीफ अल-नसेफ के प्रयासों की सराहना करता हूं। उनकी यह पहल विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति की लोकप्रियता को उजागर करती है।’’
अक्टूबर में रेडियो पर अपने मासिक प्रसारण कार्यक्रम ‘मन की बात’ के दौरान मोदी ने उनके प्रयासों पर प्रकाश डाला था और कहा था कि ‘‘यह कार्य केवल अनुवाद नहीं है, बल्कि दो महान संस्कृतियों के बीच एक सेतु है। यह अरब जगत में भारतीय साहित्य की एक नई समझ विकसित कर रहा है।’’
मोदी के आगमन पर कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
मोदी ने कुवैत में रहने वाले भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आज दोपहर कुवैत में श्री मंगल सेन हांडा जी से मिलकर बहुत खुशी हुई। मैं भारत के लिए उनके योगदान और भारत के विकास के प्रति उनके जुनून की प्रशंसा करता हूं।’’
शुक्रवार को हांडा की नातिन श्रेया जुनेजा ने मोदी से उनके 101 वर्षीय नानाजी से मिलने का अनुरोध किया था, जिस पर मोदी ने कहा, ‘बिल्कुल! मैं आज कुवैत में मंगल सेन हांडा जी से मिलने के लिए उत्सुक हूं।’’
मोदी के कुवैत पहुंचने पर वहां रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका स्वागत किया।
मोदी ने कहा, ‘‘उनकी ऊर्जा, प्रेम और भारत के साथ अटूट जुड़ाव वास्तव में प्रेरणादायक हैं। उनके उत्साह के लिए आभारी हूं और हमारे देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान पर गर्व है।’’
प्रधानमंत्री यहां 26वें अरेबियन गल्फ कप के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे।
भारत, कुवैत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है।
कुवैत, भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है, जिसका द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।
कुवैत, भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है।
भाषा
देवेंद्र दिलीप
दिलीप