लाओस की दो दिवसीय ‘सार्थक’ यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी स्वदेश रवाना

लाओस की दो दिवसीय ‘सार्थक’ यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी स्वदेश रवाना

  •  
  • Publish Date - October 11, 2024 / 04:04 PM IST,
    Updated On - October 11, 2024 / 04:04 PM IST

विएंतियान (लाओस), 11 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लाओस की अपनी दो दिवसीय “सार्थक” यात्रा पूरी कर शुक्रवार को स्वदेश रवाना हो गए। इस यात्रा में उन्होंने आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में भाग लिया।

मोदी बृहस्पतिवार को लाओस पहुंचे। वह प्रधानमंत्री सोनेक्स सिफानडोन के निमंत्रण पर लाओ पीडीआर की यात्रा पर पहुंचे थे।

मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “लाओ पीडीआर का धन्यवाद! यह एक फलदायी यात्रा रही है, जो आसियान के साथ संबंधों को मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। हम मिलकर इस क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सतत विकास के लिए काम करना जारी रखेंगे…।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भारत की एक्ट ईस्ट नीति को मजबूत करना, आसियान-भारत संबंधों को प्रगाढ़ करना और भारत के हिंद-प्रशांत नजरिये को मजबूती प्रदान करने के अलावा लाओ पीडीआर के साथ सदियों पुराने संबंधों को समृद्ध किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लाओ पीडीआर की अपनी सफल यात्रा का समापन किया।”

प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां 21वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लिया और कहा कि ऐसे समय में भारत-आसियान मित्रता बहुत महत्वपूर्ण है जब दुनिया के कुछ हिस्से संघर्ष और तनाव का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने भारत-आसियान व्यापक साझेदारी को मजबूत करने के लिए 10 सूत्री योजना की घोषणा की और कहा कि क्षेत्रीय समूह के साथ संबंध एशिया के भविष्य को दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

मोदी ने जापान और न्यूजीलैंड के समकक्षों से भी मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की।

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया और यूरोपीय परिषद के नेताओं से भी मुलाकात की।

उन्होंने शुक्रवार को 19वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने यूरेशिया और पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता की बहाली का आह्वान किया और कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में संघर्षों का सबसे अधिक नकारात्मक प्रभाव वैश्विक दक्षिण के देशों पर पड़ रहा है।

कार्यक्रम से इतर उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से भी चर्चा की।

भाषा प्रशांत पवनेश

पवनेश