हवाई (अमेरिका)। दुनिया के सबसे बड़े सक्रिय ज्वालामुखी से 38 साल में पहली बार नारंगी, चमकीला लावा निकला और राख का विशाल गुबार उठते देखा गया। अधिकारियों ने हवाई के ‘बिग आईलैंड’ के निवासियों को हर तरह की प्रतिकूल परिस्थितियों के लिए तैयार और सतर्क रहने की सलाह दी है।
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ज्वालामुखी मौना लोआ में विस्फोट से हालांकि तत्काल कोई खतरा नहीं है, लेकिन अमेरिकी भूगर्भीय विज्ञान सर्वेक्षण ने 2,00,000 लोगों की आबादी वाले ‘बिग आइलैंड’ के निवासियों को चेतावनी दी है कि ‘‘लावा निकलने की गति तथा स्थान तेजी से बदल सकता है’’। अधिकारियों ने निवासियों से कहा कि अगर लावा का प्रवाह आबादी वाले क्षेत्रों की ओर बढ़ने लगे तो उन्हें क्षेत्र को खाली करने के लिए तैयार रहना चाहिए। हवाई ज्वालामुखी वेधशाला के प्रभारी वैज्ञानिक केन होन ने कहा कि काफी बड़े कई सिलसिलेवार भूकंपों के बाद रविवार देर रात ज्वालामुखी विस्फोट शुरू हुआ।
अधिकारियों ने लावा से उत्पन्न खतरों को देखते हुए लोगों से ज्वालामुखी वाले क्षेत्र से दूर रहने का आग्रह किया, जिसकी तीन अलग-अलग दरारों में से लावा फूटकर हवा में 100 से 200 फुट ऊंचाई तक उठ रहा है। ज्वालामुखी विस्फोट से निकलने वाली सल्फरडाइऑक्साइड समेत अन्य गैस बेहद हानिकारक होती हैं।
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राज्य के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. लिब्बी चार ने कहा कि बिग आइलैंड पर हवा की गुणवत्ता अभी अच्छी है, लेकिन अधिकारी इसकी सावधानीपूर्वक निगरानी कर रहे हैं। वहीं, मध्य अमेरिका में स्थित सबसे छोटे और सबसे सघन आबादी वाले देश एल सल्वाडोर के पूर्व में चपारास्टिक ज्वालामुखी के फटने के बाद अधिकारियों ने सोमवार को निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी।
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देश के पर्यावरण मंत्रालय की वेधशाला ने राजधानी से लगभग 135 किलोमीटर पूर्व में स्थित ज्वालामुखी के मध्य क्रेटर में विस्फोट की सूचना दी। इसने कहा कि विस्फोट की तीव्रता शून्य से आठ के स्तर पर एक आंकी गई थी। नागरिक सुरक्षा निदेशक लुइस एलोंसो अमाया ने कहा कि तीन नगर पालिकाओं को अलर्ट पर रखा गया है। अधिकारी 26 शिविर तैयार कर रहे हैं जिनमें 10,000 से अधिक लोग रह सकते हैं और ज्वालामुखी की गतिविधि पर ताजा जानकारी प्रदान करने के लिए कमान चौकी स्थापित की जा रही है।