इस्लामाबाद, 12 अप्रैल (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा कि पाकिस्तान के लोगों को अपनी नियति बदलने के लिए ‘बीती ताहि बिसार के एक नयी शुरुआत करनी होगी।’
अल्वी 2018 से मार्च 2024 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। उन्होंने नकदी संकट से जूझ रहे इस देश की वर्तमान स्थिति की बृहस्पतिवार को आलोचना की।
अल्वी (74) ने ‘एक्स’ पर लिखा ‘‘ कुछ लोगों का यह तर्क कि यह पहले भी हो चुका है और दूसरों ने भी ऐसा ही किया है तर्कसंगत नहीं है। यह प्रतिगामी सोच है जिसमें आगे बढ़ने का कोई रास्ता नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि अपनी नियति बदलने के लिए ‘बीती ताहि बिसार के एक नयी शुरुआत करनी होगी।’
अल्वी ने कहा,‘‘यह कौन करेगा? यह कौन कर सकता है? क्या यह संभव है? मुझे लगता है कि ऐसा हो सकता है, क्योंकि हमारे पास क्षमता है और यह गरीब लेकिन मेहनती देश निश्चित रूप से बेहतर का हकदार है।’’
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, राजनीति और न्यायपालिका की गिरती हालत की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि देश की संस्थाओं पर गहरा दबाव है और उन्हें पक्षपाती रुख अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
अल्वी पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी हैं और 2018 में राष्ट्रपति बनने से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के वरिष्ठ नेता थे। उन्होंने कहा कि ‘‘चुराए गए जनादेश के साथ संसद में पूरी तरह से राजनीतिक तमाशा किया जा रहा है।’’
खान और उनकी पार्टी पीटीआई ने लगातार कहा है कि आठ फरवरी के आम चुनावों के नतीजे में धांधली हुई थी और पाकिस्तान सेना ने सत्ता संभालने के लिए पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का साथ दिया है।
भाषा शोभना रंजन
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