(एम. जुल्करनैन)
लाहौर, 11 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने भारत से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ‘वाघा संयुक्त जांच चौकी विस्तार परियोजना’ की औपचारिक शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य दर्शकों के बैठने के लिए अधिक स्थान उपलब्ध कराना है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बैठक क्षमता को मौजूदा 8,000 से बढ़ाकर 24,000 करने का लक्ष्य है।
इस परियोजना की लागत तीन अरब पाकिस्तानी रुपये है और इसके पूरा होने की समय सीमा दिसंबर 2025 है। कथित तौर पर इस परियोजना का उद्देश्य भारतीय पक्ष की ओर दर्शकों की बैठक क्षमता के अनुरूप विस्तार करना है।
पंजाब सरकार के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘इस परियोजना पर फरवरी में हस्ताक्षर हुए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर अब काम तेज हो गया है।’’
उन्होंने बताया कि बैठक क्षमता के अलावा, वाघा सीमा के इतिहास को दर्शाने वाला एक अत्याधुनिक ऐतिहासिक संग्रहालय, वीवीआईपी के लिए प्रतीक्षालय और ‘हरित कक्ष’ भी बनाए जाएंगे। सुरक्षा व्यवस्था और भी चाक-चौबंद की जाएगी।
परियोजना के तहत, दुनिया के पांचवें सबसे ऊंचे ध्वजस्तंभ की ऊंचाई 115 मीटर से बढ़ाकर 135 मीटर की जाएगी, जिससे यह दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा ध्वजस्तंभ बन जाएगा।
भाषा शफीक सुरेश
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