नई दिल्ली: दूसरी बार यूएई के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 14 अगस्त को यूएई का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायेद’ से नवाजा गया था। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जाएद ने पीएम मोदी को इस सम्मान से नवाजा है। वहीं, मोदी को इस सम्मान से नवाजे जाने से पाकिस्तान में खलबली मची हुई है। पाकिस्तानी मूल के कई लोगों ने पीएम मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जाएद के खिलाफ सोशल मीडिया पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है।
पीएम मोदी को सम्मान किए जाने को लेकर पाकिस्तान की एक मीडिया ने लिखा है कि ऑर्डर ऑफ़ ज़ाएद से मोदी को सम्मान दिए जाने से इस बात का पता चलता है कि यूएई के लिए भारत और मोदी कितनी अहमियत रखते हैं। भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आयातक देश है। उन्होंने यह भी लिखा है कि हालांकि ये बात कई एक्टिविस्टों को रास नहीं आ रही है, लेकिन वो मानवाधिकारों के उल्लंघन के सामने आर्थिक अवसरों को तवज्जो दे रहे हैं।
فاشسٹ مودی کو امارات کا سب سے بڑا ایوارڈ دینے کے خلاف امت مسلمہ کے بڑے بڑے لیڈر خاموش رہے لیکن برطانوی پارلیمنٹ کی ایک بہادر خاتون رکن @NazShahBfd نے اماراتی حکومت کو احتجاجی خط لکھ کر پاکستانیوں اور کشمیریوں کی اکثریت کے جذبات کی ترجمانی کر دی بہادر بہن ناز شاہ کا بہت شکریہ https://t.co/ROimQxj2vg
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) August 24, 2019
पाकिस्तान के ही एक पत्रकार ने यह लिखा है कि फासीवादी मोदी को संयुक्त अरब अमीरात का सबसे सर्वोच्च सम्मान देने के ख़िलाफ़ दुनिया के बड़े-बड़े मुस्लिम नेता ख़ामोश रहे, लेकिन एक बहादुर ब्रिटिश सांसद नाज़ शाह ने यूएई हुक़ूमत के इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ आपत्ति दर्ज कराई है। पाकिस्तानी और कश्मीरियों की भावनाओं को नाज़ ने व्यक्त किया है। बहादुर बहन नाज़ शाह का बहुत शुक्रिया।
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ویل اللعرب : مورخ لکھےگا کہ جس وقت مقبوضہ کشمیرکومکمل لاک ڈاون کرکےبنی نوع انسان کی تاریخ کی سب سےبڑی نسل کشی کےساتھ ساتھ کشمیری بیٹیوں کی عصمتوں کو بےبس بھائیوں کے سامنےتارتار کیاجارہا تھا عین اسی وقت اہل عرب”مودی” نامی قصائی کوامارات کے سب سے بڑےاعزاز سےنوازرہےتھے #ModiInUAE pic.twitter.com/OMAMcShUM2
— Jameel Farooqui (@FarooquiJameel) August 24, 2019
पत्रकार जमील फ़ारूक़ी ने पूरे मसले पर लिखा है कि सत्यानाश हो अरब का। इतिहासकार लिखेंगे कि जिस वक़्त भारत अधिकृत कश्मीर में पूरी तरह से पाबंदी है उसी वक़्त मोदी को संयुक्त अरब अमीरात का सबसे बड़ा सम्मान दिया गया।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। पाकिस्तान की ओर भारत के साथ कई समझौतों को तोड़ दिया गया है। वहीं, पाकिस्तानी हुकूमत के कई नेताओं और सेना के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत को अप्रत्यक्ष रूप से युद्ध की धमकी भी दे चुके हैं। मोदी सरकार के इस फैसले के बाद से पाकिस्तान कश्मीर में तनाव पैदा करने के लिए प्रयासरत है और लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर राह है।
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