इस्लामाबाद, 22 फरवरी (भाषा) जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित विजयी निर्दलीय उम्मीदवार आधिकारिक तौर पर दक्षिणपंथी सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) में शामिल हो गए हैं। बृहस्पतिवार को मीडिया में आई एक खबर में यह जानकारी दी गई है।
खान (71) की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी अपना चुनाव चिह्न क्रिकेट का बल्ला वापस लिए जाने के कारण प्रत्यक्ष रूप से चुनाव में हिस्सा नहीं ले सकी थी।
‘डॉन’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार, नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं के पीटीआई समर्थित लगभग सभी निर्वाचित निर्दलीय उम्मीदवारों ने आधिकारिक तौर पर एसआईसी में शामिल होने के लिए बुधवार को पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) को हलफनामे सौंप दिए।
नेशनल असेंबली के पीटीआई समर्थित 89 सदस्यों द्वारा ईसीपी में हलफनामा पेश करना पार्टी के इस दावे का समर्थन करता है कि वह आठ फरवरी के चुनावों में नेशनल असेंबली की 93 सीट जीतने में कामयाब रही।
बैरिस्टर गौहर खान, उमर अयूब खान और अली अमीन गंडापुर समेत पार्टी के नेताओं ने हलफनामे प्रस्तुत नहीं किए।
अयूब और गौहर ने जानबूझकर एसआईसी सदस्य बनने के लिए हलफनामा दाखिल नहीं किया क्योंकि वे संभवत: एक पखवाड़े में होने वाले पार्टी के नए संगठनात्मक चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं।
बुधवार को मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि बैरिस्टर गौहर को पीटीआई अध्यक्ष नामित किया गया है, जबकि रऊफ हसन पार्टी के आंतरिक चुनावों के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे।
खबरों में कहा गया है कि गंडापुर ने भी हलफनामा दाखिल नहीं किया, क्योंकि उन्हें खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री पद के लिए पीटीआई के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है।
भाषा जोहेब मनीषा
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