पेशावर, 12 नवंबर (भाषा)पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा सूबे के पेशावर में पिछले साल हुए घातक आत्मघाती धमाके की योजना में संलिप्त होने के आरोप में एक पुलिस कर्मी को गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि पिछले साल हुए हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पुलिसकर्मी थे।
पुलिस महानिरीक्षक अखत हयात खान गंडापुर ने मंगलवार को पुष्टि की कि पेशावर का एक पुलिस कांस्टेबल मुहम्मद वली उर्फ उमर 30 जनवरी, 2023 को उच्च सुरक्षा वाले पुलिस लाइंस क्षेत्र में हुए हमले का ‘‘मुख्य सूत्रधार और लक्षित हत्यारा’’ था।
उक्त हमले में 86 पुलिसकर्मियों सहित 100 से अधिक लोग मारे गये तथा 223 अन्य घायल हो गये।
सूबे के पुलिस प्रमुख ने बताया कि वली को खुफिया सूचना के आधार पर पेशावर जिले के रिंग रोड स्थित जमील चौक से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि वली ने बम विस्फोट में सहायता करने की बात कबूल की है।
अधिकारी ने बताया कि वली ने हमलावर अफगान नागरिक को पेशावर पुलिस लाइंस क्षेत्र में पहुंचाया था।
गंडापुर ने बताया कि वली 2019 में जमात-उल-अहरार में शामिल हुआ था और फेसबुक के जरिए उसकी भर्ती हुई थी। उन्होंने बताया कि वली को हमले के लिए दो लाख रुपये मिले थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वली 2021 में अफगानिस्तान गया था और समूह के सरगनाओं से मुलाकात की थी।
हमलावर ने पुलिस लाइंस स्थित मस्जिद में खुद को उस समय उड़ा लिया जब पुलिस, सेना और बम निरोधक दस्ते के कर्मियों सहित अन्य नमाजी जुहर (दोपहर) की नमाज अदा कर रहे थे।
भाषा धीरज माधव
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