नई दिल्ली | पाकिस्तान के आर्थिक हालातों से दुनिया वाकिफ है, हर कोई जानता है कि पाकिस्तान किस तरह दुनिया के सामने आतंक को खत्म करने का ढोंग रचता है, औऱ सच्चाई ये कि पाकिस्ता आतंक को पैदा करने की फैक्ट्री बन चुका है। अपना देश चलाने के लिए इमरान खान कभी चीन और अमेरिका तो कभी आईएमएफ की दर पर पहुंच जाते हैं। और ब़डी बात ये है कि पाकिस्तान की बातों में आकर कोई न कोई उसकी मदद के लिए आगे आ ही जाता है।
लेकिन अलगे पांच दिनों में पाकिस्तान को लेकर एक बड़ा फैसला लिया जा सकता है। दरसअल, पाकिस्तान दुनिया को बरगलाने के लिए आतंकवाद को खात्मा करने के लिए ढोंग रचता है लेकिन सच सभी के सामने है। अब आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर पाकिस्तान को मिलने वाले फंडिंग पर फैसला होना है। अगर ये फैसला पाकिस्तान के खिलाफ जाता है, तो इमरान सरकार की नींद खराब हो सकती है।
बता दें कि फ्रांस की राजधानी पेरिस में 13 अक्टूबर यानी आज से फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की बैठक का आगाज हो गया है, इस बैठक में अगले पांच दिनों में पाकिस्तान की किस्मत को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है। बैठक में शामिल सदस्य देश ये फैसला करेंगे कि क्या आंतगवाद के खात्मे के लिए दिया जाने वाले फंड का पाकिस्तान ने सही इस्तेमास किय़ा है या नहीं।
Read More: कैलाश वियवर्गीय बोले- आप झाबुआ से कांग्रेस हटाओ, मैं प्रदेश से सरकार हटाने का काम करूंगा
आतंकवाद को लेकर जिस तरह के कदम उठाने की जरुरत थी, अगर पाया जाता है कि पाकिस्तान ने ऐसे कदम उठाने में नरमी बरती है तो पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है। अगर ऐसा हुआ इसका साफ-साफ मतलब यह होगा कि पाक को आईएमएफ और विश्व बैंक जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों से वित्तीय सहायता के रास्ते बंद हो जाएंगे।