पाक सरकार अफगान शरणार्थियों को वापस भेजने का दूसरा चरण जल्द शुरू करेगी

पाक सरकार अफगान शरणार्थियों को वापस भेजने का दूसरा चरण जल्द शुरू करेगी

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  • Publish Date - August 29, 2024 / 05:05 PM IST,
    Updated On - August 29, 2024 / 05:05 PM IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 29 अगस्त (भाषा) पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा है कि उनका देश अफगान शरणार्थियों को वापस भेजने का दूसरा चरण जल्द शुरू करेगा।

नकवी ने अफगान शरणार्थियों के पुनर्वास में संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका की जरूरत पर बल दिया।

अफगानिस्तान के लिए विशेष प्रतिनिधि इंद्रिका रत्वाटे के नेतृत्व वाले संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को बैठक के दौरान नकवी ने कहा कि पाकिस्तान दशकों से अफगान शरणार्थियों की मेजबानी कर रहा है और अवैध विदेशियों की चरणबद्ध वापसी पहले ही शुरू हो चुकी है।

गृह मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, नकवी ने गृह मंत्रालय में संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि अफगान शरणार्थियों को वापस भेजने का दूसरा चरण जल्द शुरू किया जाएगा।

पाकिस्तान ने आत्मघाती हमलों में वृद्धि के बाद पिछले साल नवंबर में अवैध प्रवासियों को वापस भेजने का पहला चरण शुरू किया था। सरकार का मानना था कि ये हमले अफगानिस्तान के नागरिकों ने किए थे। सरकार ने उन पर तस्करी, हिंसा और अन्य अपराध करने का आरोप भी लगाया था।

माना जाता है कि इस चरण के अंतर्गत लगभग पांच लाख अफगानों को निष्कासित किया गया।

‘डॉन’ अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, वतन वापस भेजने की योजना के दूसरे चरण में, अफगान नागरिक कार्ड (एसीसी) रखने वाले अफगानों को निष्कासित किया जाएगा, जबकि तीसरे चरण में उन लोगों को वापस भेजा जाएगा जिनके पास संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) द्वारा जारी शरणार्थी पंजीकरण प्रमाण (पीओआर) कार्ड हैं।

नकवी ने संयुक्त राष्ट्र प्रतिनिधिमंडल को पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की संलिप्तता के बारे में जानकारी दी और कहा कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन इन हमलों के लिए अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल कर रहा है, जिसे रोका जाना चाहिए।

रत्वाटे ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र अफगान शरणार्थियों के स्थायी पुनर्वास के लिए अफगानिस्तान की सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है।

संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि ने बलूचिस्तान में हाल में हुए आतंकवादी हमलों की भी निंदा की, जिसमें बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के हमलों में 37 सुरक्षाकर्मियों सहित 70 लोग मारे गए थे।

भाषा

नोमान अविनाश

अविनाश