इस्लामाबाद। पूर्व हुर्रियत नेता और कश्मीर में बनेगा पाकिस्तान का नारा देने वाले कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी को पाकिस्तान सरकार ने ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ से नवाजा है। इसके साथ ही इस्लामाबाद के एक विश्वविद्यालय का नाम भी गिलानी के नाम पर रखने का ऐलान किया है।
Read More News: सत्र से पहले अविश्वास-विश्वास प्रस्ताव का पेच, गहलोत की परीक्षा आज
बता दें कि 14 अगस्त के मौके पर इस्लामाबाद में अयोजित कार्यक्रम में पाक राष्ट्रपति आरिफ रिजवी पूर्व हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी को निशान-ए-पाकिस्तान दिया गया। यहीं नहीं उनके पर इस्लामाबाद में गिलानी के नाम पर एक विश्वविद्यालय स्थापित करने और जीवन गाथा को स्कूली पाठयक्रम में शामिल करने का भी प्रस्ताव पास किया गया है।
Read More News: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज देश को करेंगे संबोधित, शाम 7 बजे होगा
गैरतलब है कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री इमरान खान ने गिलानी को यह सम्मान देने का ऐलान किया था। वहीं आज 14 अगस्त के मौके पर यह सम्मान दिया है। बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने गिलानी का यह पुरस्कार कश्मीरियों पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए दिया है। पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 को लागू करने व अनुच्छेद 370 को समाप्त करने का एक साल पूरा हुआ है। ऐसे में पाकिस्तान फिर नापाक हरकतों को अंजाम दे रहा है।
Read More News: चिकन में भी कोरोना वायरस! चीन ने किया दावा