पाकिस्तान ने चीन से खरीदे 25 J-10C लड़ाकू विमान, हर मौसम में उड़ान भरने में है सक्षम, जानिए राफेल से कितनी टक्कर

पाकिस्तान ने चीन से खरीदे 25 लड़ाकू विमान

  •  
  • Publish Date - December 30, 2021 / 12:42 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:57 PM IST

इस्लामाबाद, 29 दिसंबर (भाषा) पाकिस्तान ने चीन से 25 बहुउद्देश्यीय जे-10सी लड़ाकू विमानों की एक पूरी स्क्वाड्रन खरीदी है। पाकिस्तान ने भारत द्वारा राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद किए जाने के जवाब में ये विमान खरीदे हैं। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने बुधवार को यह जानकारी दी।

हमारे 𝕎𝕙𝕒𝕥𝕤 𝕒𝕡𝕡 Group’s में शामिल होने के लिए यहां Click करें.

शेख राशिद अहमद ने रावलपिंडी में संवाददाताओं से कहा कि जे-10सी के 25 विमानों का एक पूरा स्क्वाड्रन अगले साल 23 मार्च को पाकिस्तान दिवस समारोह में हिस्सा लेगा।

पढ़ें- कोरोना वैक्सीन की 4 डोज लगवा चुकी महिला संक्रमित, एयरपोर्ट पर रैपिड टेस्ट की जांच में निकली पॉजिटिव

जे-10सी को चीन के सर्वश्रेष्ठ लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता है। जे-10सी हर प्रकार के मौसम में उड़ान भरने में सक्षम है। पाकिस्तान के पास हालांकि अमेरिका में बने एफ-16 श्रेणी के लड़ाकू विमानों का एक बेड़ा मौजूद है।

पढ़ें- देश में अब तक ‘ओमिक्रॉन’ के 781 मामले आए सामने, दिल्ली में सर्वाधिक 238 केस

J-10C चीनी वायु सेना का सक्षम लड़ाकू विमान माना जाता है, लेकिन राफेल की अत्याधुनिक क्षमताओं के आगे इस विमान की चमक कुछ फीकी जान पड़ती है। राफेल की क्षमताएं और बेहतर सेंसर इसे चीनी विमान से अलग और श्रेष्ठ बनाते हैं। राफेल विमान शॉर्ट रेंज मिसाइल के जरिए ज्यादा दूरी से भी सटीक मार कर सकता है, हालांकि चीनी विमान J-10C के साथ ऐसा कुछ नहीं है। राफेल का इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट भी इसे चीनी विमान के मुकाबले काफी बेहतर बनाता है।

पढ़ें- Bank Locker Rules 2022: लंबी अवधि तक नहीं खोला तो बैंक तोड़ सकते हैं लॉकर, 1 जनवरी से बदलेंगे बैंक लॉकर के नियम.. जानिए

स्वतंत्र रिसर्च प्लेटफॉर्म स्ट्रेटजिक एंड इंटरनेशनल अफेयर्स ने जुलाई में कहा था कि पाकिस्तान 36 J-10C विमानों को चीन से खरीदने जा रहा है और ये सौदा 2021 के अंत तक पूरा हो जाएगा। हालांकि खबरें ऐसी भी आई हैं पाकिस्तान, चीन के मौजूदा जेएफ-17 विमानों की क्षमता और इंजन से जुड़ी खामियों को लेकर खुश नहीं है और चीन ने अभी तक इन समस्याओं का समाधान भी नहीं किया है। माना जा रहा है कि जेएफ-17 फाइटर से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए ही पाकिस्तान ने चीन से नए फाइटर विमान खरीदने को मंजूरी दी है।

पढ़ें- देश में ओमिक्रॉन से संक्रमितों की संख्या 900 के पार, मुंबई, दिल्ली और गुजरात में बढ़े मामले

राफेल चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है। ये कई रोल निभाने में सक्षम कॉम्बैट फाइटर जेट है। ग्राउंड सपोर्ट, डेप्थ स्ट्राइक और एंटी शिप अटैक में सक्षम है। इसकी ताकत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि ये छोटे न्यूक्लियर हथियारों को ले जाने में सक्षम हैं।

पढ़ें- e-SHRAM Card बनवाना बेहद आसान, पंजीयन कराने वालों को मिलेंगे 1 हजार रुपए, 2 लाख का बीमा.. 31 दिसंबर से पहले कराना होगा रजिस्ट्रेशन.. केंद्र की है योजना

राफेल एयरक्राफ्ट 9500 किलोग्राम भार उठाने में सक्षम है। ये अधिकतम 24500 किलोग्राम वजन के साथ उड़ान भर सकता है। इस फाइटर जेट की अधिकतम रफ्तार 1389 किमी/घंटा है। एक बार में ये जेट 3700 किमी तक का सफर तय कर सकता है। ये हवा से हवा और जमीन दोनों पर हमला करने वाली मिसाइलों से लैस है।