Rat Driving Car Skills: अब सड़कों पर फर्राटे भरेंगे चूहे!

अब सड़कों पर फर्राटे भरेंगे चूहे! यहां चूहों को दी जा रही कार चलाने की ट्रेनिंग

Rat Driving Car Skills: अब सड़कों पर फर्राटे भरेंगे चूहे! यहां चूहों को दी जा रही कार चलाने की ट्रेनिंग, हुआ नया सोध

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:09 PM IST, Published Date : August 23, 2022/5:53 pm IST

Rat Driving Car Skills: आए दिन चूहों पर नए-नए प्रकार के सोध होते रहते है। लेकिन इस बार चूहों पर नया एक्सपेरीमेंट किया गया है। जिसमें चूहों को कार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। जिसके बाद अब इंसानों के साथ-साथ चूहें भी कार भगाएंगे। हालांकि ये कार बैहद छोटी है। ये गाड़ी को चूहों के हिसाब से बनाई गई है। इसमें न तो ब्रेक है। न ही स्टेयरिग। यह खबर सुनकर आपकों भी बहुत अजीब लगेगा लेकिन अब चूहे भी कार चला सकते है। इसके लिए अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड में जिन चूहों का अध्ययन किया जा रहा है, वे कार चला सकते हैं।

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ऐसी है चूहों की कार

Rat Driving Car Skills: रिपोर्ट के मुताबिक, चूहे जो ‘कारें’ चला रहे हैं, वे खाली प्लास्टिक के बक्सों से बनी हैं, लेकिन चूहों में वाहन चलाने का स्किल डेवेलप करना अपने आप में एक उपलब्धि है। रिचमंड विश्वविद्यालय में केली लैम्बर्ट इन छोटी कारों को बनाते हैं। कारें ट्रांपेरेंट प्लास्टिक के बक्से से बनी होती हैं और इनमें एल्यूमीनियम फर्श होते हैं। कार के अंदर तीन तांबे की छड़ें हैं जिन्हें चूहे छू सकते हैं। जब भी चूहा एक बार को छूता है, तो वह एक सर्किट पूरा करता है और कार चलती है। बाईं ओर का बार कार को बाईं ओर ले जाता है, जबकि दाईं ओर का बार कार को दाईं ओर ले जाता है।

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चूहों को ऐसे दी गई ट्रेनिंग

Rat Driving Car Skills: लैम्बर्ट और उनके सहयोगियों ने 6 मादा और 4 नर चूहों का इस ट्रायल के लिए चयन किया और उन्हें इन कारों को चलाने के लिए ट्रेंड किया। उन्हें कार आगे बढ़ाने के लिए खाने का लालच दिया गया। यानी कार के आगे खाना रखा गया, जिसे हासिल करने की चाह में वह कार के अंदर कमांड देते हैं और कार चलती है। शुरुआत में चूहों को तांबे की सलाखों को छूने पर खाना दिया जाता था, लेकिन इनाम की सीमा जल्द ही बढ़ा दी गई। धीरे-धीरे करके खाने की दूरी बढ़ा दी गई और चूहों ने जल्द ही नई चुनौती को स्वीकार कर लिया और खाने की चाहत में कार चलाना शुरू कर दिया। उन्होंने ऐसे रास्ते भी निकाले, जो सीधे उन्हें नहीं सिखाए गए थे।

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