काबुल, 30 मार्च (एपी) तालिबान के एक नेता ने रविवार को कहा कि अफगानिस्तान में पश्चिमी कानूनों की कोई आवश्यकता नहीं है।
हिबातुल्ला अखुंदजादा ने दक्षिणी शहर कंधार की ईदगाह में ईद अल-फितर की नमाज के बाद एक उपदेश में यह टिप्पणी की।
अखुंदजादा के संदेश का 50 मिनट का ऑडियो तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद द्वारा ‘एक्स’ पर साझा किया गया।
शरिया कानूनों के महत्व को रेखांकित करते हुए अखुंदजादा ने कहा, ‘‘पश्चिमी देशों से जुड़े कानूनों की कोई आवश्यकता नहीं है। हम अपने कानून खुद बनाएंगे।’’
शरिया कानून का हवाला देते हुए तालिबान ने अफगान महिलाओं और लड़कियों की शिक्षा और नौकरियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस तरह के कदमों ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर तालिबान को अलग-थलग कर दिया है।
हालांकि, तालिबान सरकार ने चीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित अन्य देशों के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए हैं।
अखुंदजादा ने रविवार को पश्चिमी देशों की आलोचना करते हुए कहा कि वे मुसलमानों के खिलाफ एकजुट हो गए थे। उन्होंने गाजा में इजराइल-हमास युद्ध का हवाला देते हुए अमेरिका और अन्य देशों पर इस्लाम के प्रति शत्रुता रखने का आरोप लगाया।
तालिबान नेता ने कहा कि अफगानिस्तान में लोकतंत्र समर्थक जनता को तालिबान सरकार से अलग करने की कोशिश करते रहे हैं।
एपी शफीक पारुल
पारुल
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