हम कभी भी स्वार्थ, विस्तारवादी दृष्टि से आगे नहीं बढ़े और न ही संसाधनों पर कब्जा करने की भावना रखी: प्रधानमंत्री मोदी। भाषा आशीष अविनाशअविनाश