ढाका, 17 अगस्त (भाषा) बांग्लादेश में छात्र नेताओं द्वारा सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जनरल एम सखावत हुसैन के आचरण की आलोचना किए जाने के कारण पूर्व सैन्य अधिकारी को उनकी नियुक्ति के तीन दिन के भीतर ही देश की अंतरिम सरकार में गृह सलाहकार के पद से हटा दिया गया। मीडिया में शनिवार को जारी की गई खबरों में यह जानकारी दी गई।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘बांग्लादेश संगबाद संस्था’ (बीएसएस) ने बताया कि मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने चार मंत्रालयों और राष्ट्रपति कार्यालय में पांच सचिवों को संविदा पर नियुक्त किया है।
‘डेली स्टार अखबार’ में प्रकाशित खबर में बताया गया है कि ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन को देश की अंतरिम सरकार में गृह सलाहकार के पद से हटा दिया गया और उनके स्थान पर सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल जहांगीर आलम चौधरी को शुक्रवार रात नियुक्त किया गया। जहांगीर सहित चार नये सलाहकारों ने पद की शपथ ली।
मुख्य सलाहकार यूनुस के प्रेस विंग के अनुसार, अंतरिम सरकार ने आठ सलाहकारों के विभागों का पुनर्वितरण किया है और सखावत को कपड़ा और जूट मंत्रालय का प्रभार दिया गया है। वहीं, जहांगीर आलम को कृषि मंत्रालय का कार्यभार सौंपा गया है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा इस्तीफा दिए जाने और फिर भारत चले जाने के बाद अंतरिम सरकार के कार्यभार संभालने के आठ दिनों के भीतर यह फेरबदल किया गया है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस ने शुक्रवार को अपने दल का विस्तार करते हुए चार सलाहकारों को शामिल किया, जिससे अंतरिम सरकार की सलाहकार परिषद में सलाहकारों की कुल संख्या 21 हो गई है।
डेली स्टार समाचार पोर्टल ने कहा, ‘एंटी डिस्क्रिमिनेशन स्टूडेंट मूवमेंट के एक नेता ने सखावत की कुछ टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना की, जबकि बीएनपी और उसके तीन सहयोगी संगठनों ने उनके इस्तीफे की मांग की थी।”
भाषा प्रीति सुरेश
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