(अदिति खन्ना)
लंदन, चार अगस्त (भाषा) ब्रिटेन में पिछले महीने सामने आया कोविड का एक नया स्वरूप ईजी.5.1 अब देश में तेजी से फैल रहा है।
इंग्लैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह स्वरूप तेजी से फैले ओमीक्रोन से उत्पन्न हुआ है।
ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा कि ईजी.5.1 को ‘एरिस’ उपनाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड के प्रत्येक सात नये मामलों में से एक मामला इस स्वरूप का सामने आ रहा है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण देश में इसकी व्यापकता दर्ज होने के बाद 31 जुलाई को इसे कोविड के एक स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दो सप्ताह पहले ही ईजी.5.1 स्वरूप पर उस वक्त नजर रखना शुरू कर दिया था जब डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने कहा था कि लोग टीकों और पूर्व संक्रमण से बेहतर सुरक्षित हैं, लेकिन देशों को अपनी सतर्कता में कमी नहीं आने देनी चाहिए।
इस बात का कोई संकेत नहीं है कि नया स्वरूप अधिक गंभीर है क्योंकि यूकेएचएसए के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि यह अब देश के सभी कोविड मामलों का 14.6 प्रतिशत है।
यूकेएचएसए के ‘रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम’ के माध्यम से दर्ज किये गये 4,396 नमूनों में से 5.4 प्रतिशत को कोविड-19 के रूप में दर्ज किया गया था।
यूकेएचएसए की टीकाकरण प्रमुख डॉ मैरी रामसे ने कहा, ‘‘हम देख रहे हैं इस सप्ताह की रिपोर्ट में कोविड-19 मामलों में वृद्धि जारी है। ज्यादातर आयु समूहों में, विशेषकर बुजुर्ग बड़ी संख्या में अस्पतालों में आ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नियमित रूप से हाथ धोने से आपको कोविड-19 और अन्य वायरस से बचाने में मदद मिलती है। यदि आपमें सांस की बीमारी के लक्षण हैं, तो हम जहां तक संभव हो दूसरों से दूर रहने की सलाह देते हैं।’’
भाषा
देवेंद्र पवनेश
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