नेपाल के प्रधानमंत्री ‘प्रचंड’ सोमवार को चौथी बार विश्वास मत हासिल करेंगे
नेपाल के प्रधानमंत्री 'प्रचंड' सोमवार को चौथी बार विश्वास मत हासिल करेंगे
काठमांडू, 17 मई (भाषा) नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ 20 मई को संसद में विश्वास मत हासिल करेंगे। यह उनके पद संभालने के 18 महीने के भीतर चौथा विश्वास मत होगा। एक गठबंधन सहयोगी द्वारा उनकी सरकार से समर्थन वापस लेने के कुछ दिनों बाद उन्हें विश्वास मत का सामना करना पड़ रहा है।
प्रचंड नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी सेंटर) से संबंध रखने पूर्व गुरिल्ला नेता हैं और उनकी पार्टी प्रतिनिधि सभा (एचओआर) में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है।
विश्वास मत हासिल करने का निर्णय 13 मई को उपेन्द्र यादव के नेतृत्व वाली जनता समाजवादी पार्टी नेपाल (जेएसपी) द्वारा पार्टी में विभाजन के बाद सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के बाद किया गया है।
यादव ने उपप्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और उनकी पार्टी सरकार से बाहर हो गई थी।
प्रतिनिधि सभा के सहायक प्रवक्ता दशरथ धमाला के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री नेपाल के संविधान के अनुच्छेद 100 खंड 2 के मुताबिक विश्वास मत हासिल कर रहे हैं।’
धमाला ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय और मंत्रिपरिषद ने पहले ही इस मामले के संबंध में संसद सचिवालय को सूचित करते हुए एक पत्र भेजा है।
प्रधानमंत्री जिस पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं अगर वह विभाजित हो जाती है या गठबंधन सरकार का कोई सदस्य समर्थन वापस ले लेता है तो प्रधानमंत्री को 30 दिनों के भीतर विश्वास मत हासिल करना होता है।
प्रचंड ने 25 दिसंबर 2022 को पद संभाला था, जिसके बाद डेढ़ साल के भीतर यह उनका चौथा विश्वास मत होगा।
नई सरकार को विश्वास मत जीतने के लिए 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में कम से कम 138 वोटों की आवश्यकता है।
इससे पहले 13 मार्च को प्रधानमंत्री दाहाल ने लगातार तीसरा विश्वास मत जीता था।
पिछले साल, प्रचंड को शक्ति परीक्षण का सामना करना पड़ा था जब पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल ने प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
वर्तमान में सत्तारूढ़ गठबंधन के पास बहुमत है और यह सीपीएन-यूएमएल की 77 सीटों, माओवादी सेंटर की 32, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी की 21, नवगठित जनता समाजवादी पार्टी की सात और सीपीएन-युनिफाइड सोशलिस्ट (सीपीएन-यूएस) की 10 सीटों के साथ सबसे बड़ा गठबंधन है।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश

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