नेपाल की अदालत ने विवादित स्वयंभू आध्यात्मिक नेता को यौन उत्पीड़न मामले में सजा सुनाई

नेपाल की अदालत ने विवादित स्वयंभू आध्यात्मिक नेता को यौन उत्पीड़न मामले में सजा सुनाई

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  • Publish Date - July 1, 2024 / 09:12 PM IST,
    Updated On - July 1, 2024 / 09:12 PM IST

काठमांडू, एक जुलाई (भाषा) समर्थकों के बीच ‘‘बुद्ध बॉय’’ के नाम से मशहूर विवादास्पद स्वयंभू आध्यात्मिक नेता को सोमवार को नेपाल की अदालत ने 2016 में एक नाबालिग लड़की का यौन उत्पीड़न करने के मामले में 10 साल जेल की सजा सुनाई।

‘काठमांडू पोस्ट’ अखबार ने अदालत के रजिस्ट्रार सदन अधिकारी के हवाले से बताया है कि सरलाही जिला अदालत के न्यायाधीश जीवन कुमार भंडारी ने राम बहादुर बोमजान (34) को 10 साल जेल की सजा सुनाई और उस पर पांच लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।

पिछले हफ्ते न्यायाधीश भंडारी की एकल पीठ ने बोमजान को नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न का दोषी पाया था। अदालत ने बोमजान के दो सहयोगियों जीत बहादुर तमांग और ज्ञान बहादुर बोमजान को मामले में बरी कर दिया।

आरोप पत्र में बोमजान पर चार अगस्त, 2016 को 15 वर्षीय लड़की से बलात्कार करने का आरोप लगाया गया था, जब वह पत्थरकोट, सरलाही स्थित उसके आश्रम में रह रही थी। बोमजान पर लड़की को यह धमकी देने का भी आरोप लगाया गया था कि अगर उसने घटना के बारे में किसी को बताया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

भक्तों के बीच ‘बुद्ध बॉय’ के नाम से मशहूर बोमजान जलेश्वर जेल में न्यायिक हिरासत में है। उसे नेपाल पुलिस के केंद्रीय जांच ब्यूरो की एक टीम ने नौ जनवरी को काठमांडू के बुधनीलकंठ स्थित एक मकान से गिरफ्तार किया था।

बोमजान 2005 में तब चर्चा में आया जब उसने कथित तौर पर महीनों तक बिना भोजन, पानी या नींद के ध्यान किया, जिसके कारण मीडिया ने उसे ‘बुद्ध बॉय’ नाम दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ध्यान से बाहर आने के बाद बोमजान और उसके अनुयायियों ने बारा, सरलाही, सिंधुपालचोक और सिंधुली जिलों में आश्रम स्थापित किए, जहां कथित तौर पर उत्पीड़न की घटना हुईं।

भाषा आशीष प्रशांत

प्रशांत