काठमांडू, 26 जुलाई (भाषा) नेपाल में एक घातक विमान हादसे में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति कैप्टन मनीष राज शाक्य को स्वास्थ्य में सुधार के बाद गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) से सामान्य वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। शुक्रवार को एक खबर में यह जानकारी सामने आई।
इस विमान हादसे में 18 अन्य लोगों की मौत हो गयी थी।
सौर्य एयरलाइंस के बॉम्बार्डियर सीआरजे-200 विमान में बुधवार को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (टीआईए) से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद आग लग गई। इसमें चालक दल के दो सदस्य, एयरलाइन के तकनीकी कर्मचारी और एक बच्चा और उसकी मां सहित 19 लोग सवार थे।
अधिकारियों ने बताया कि 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन ने उपचार के दौरान दम तोड़ा।
कैप्टन शाक्य (37) को दुर्घटनास्थल से बचा लिया गया। विमान के बाकी हिस्से में आग लगने से कुछ सेकंड पहले ही विमान का कॉकपिट एक मालवाहक कंटेनर से टकराकर अलग हो गया था, जिसके बाद उन्हें बचा लिया गया।
‘द काठमांडू पोस्ट’ समाचार पत्र की खबर के मुताबिक, कैप्टन शाक्य का काठमांडू मेडिकल कॉलेज (केएमसी) अस्पताल के आईसीयू में इलाज किया जा रहा था। अस्पताल ने कहा कि शाक्य की हालत अब स्थिर है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
केएमसी की निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीना थापा के हवाले से खबर में बताया गया कि उनकी (शाक्य) स्वास्थ्य स्थिति में सुधार के बाद उन्हें अब सामान्य वार्ड में स्थानांतरित किया गया है।
थापा ने बताया कि न्यूरोलॉजी और ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ शाक्य की निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया, “उनके (शाक्य के) चेहरे, आंखों, नाक और सिर पर चोटें आईं हैं। इसके अलावा, उनके मेरु दंड (रीढ़ की हड्डी) की एक हड्डी और बाईं ओर की तीन पसलियां टूट गई हैं।”
खबर में थापा के हवाले से बताया गया, “शाक्य की सर्जरी की जाए या नहीं अब तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।”
केएमसी सूत्रों के अनुसार, आग में नहीं झुलसने के बावजूद कैप्टन शाक्य को कई अंदरूनी चोटें आईं हैं।
भाषा जितेंद्र प्रशांत
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