‘दूसरे देश में जाकर बच्चा पैदा करे मुसलमान…’, मंत्री जी का वीडियो हो रहा वायरल

Muslims should go to another country and have a child : 'दूसरे देश में जाकर बच्चा पैदा करे मुसलमान...', मंत्री जी का वीडियो हो रहा वायरल

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  • Publish Date - July 23, 2022 / 07:26 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

Muslims should go to another country and have a child : नई दिल्ली। आर्थिक तंगी और बिगड़ी अर्थव्यवस्था से परेशान पाककिस्तान की बढ़ती चिंता का विषय है। हाल ही में पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल क़ादिर पटेल ने बढ़ती आबादी से निपटने के लिए सुझाव दिया है कि जो लोग अधिक बच्चों की चाहत रखते हैं, वे ऐसे देशों में जाकर बच्चे पैदा करें जहाँ मुसलमान अल्पसंख्यक हैं।

मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री अब्दुल क़ादिर पटेल विश्व जनसंख्या दिवस के एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान की आबादी पर बात कर रहे थे। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया की बढ़ती जनसँख्या को लेकर चिंता व्यक्त की थी। संयुक्त राष्ट्र ने जनसंख्या पर जारी की गई अपनी रिपोर्ट ‘वर्ल्ड पॉपुलेशन प्रॉसपेक्ट्स 2022’ में कहा था कि इस साल के नवंबर महीने तक दुनिया की आबादी आठ अरब हो जाएगी।

इसी रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि भारत अगले साल सबसे ज़्यादा आबादी वाले देशों की सूची में अव्वल स्थान पर होगा और चीन दूसरे स्थान पर आ जाएगा। जबकि पाकिस्तान की आबादी 2050 में जाकर 36 करोड़ के आंकड़े को पार करेगी।

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मौजूदा संसाधनों पर जनसंख्या भारी है

पाकिस्तान की सांसद समीना मुमताज़ ज़हरी ने एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान में बढ़ती जनसंख्या को लेकर बताया कि, “आंकड़ों के मुताबिक़, पाकिस्तान कुल क्षेत्रफल के लिहाज़ से दुनिया का 33वां सबसे बड़ा देश है लेकिन जब बात आबादी की हो तो वो दुनिया का पाँचवां सबसे बड़ा देश है। पाकिस्तान में मौजूदा आबादी के हिसाब से भी संसाधनों की भारी कमी है और देश का हर नागरिक इनका इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है।” पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री के बयान में भी बढ़ती आबादी के प्रति यही चिंता दिखती है।

हम मुसलमान कम नहीं, बेहतर बनाना चाह रहे

अपने भाषण में अब्दुल क़ादिर ने कहा, “पाकिस्तान की आबादी 2030 तक 285 मिलियन (यानी 28.5 करोड़) हो जाएगी, जो एक चिंताजनक स्थिति है। हम अल्लाह की मख़लूक़ कम नहीं करना चाह रहे, हम मुसलमान कम नहीं करना चाह रहे। हम मुसलमान को बेहतर बनाना चाह रहे हैं। हम मुसलमान को पढ़ा-लिखा और सेहतमंद बनाना चाह रहे हैं।”

 

इसके आगे उन्होंने कहा कि “अक्सर कुछ लोग ऐसे होते हैं जो हमारी बात से इत्तेफ़ाक़ नहीं रखते, जो कहते हैं कि अल्लाह दे रहा है और उसे हम बढ़ा रहे हैं… तो मैंने कहा कि आप किसी ऐसे मुल्क में जाकर इतने बच्चे पैदा करो न, जहाँ मुसलमान माइनॉरिटी हों। यहाँ तो हम लोग वैसे ही बहुत हैं…”

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