( ललित के झा )
वॉशिंगटन, 28 जनवरी (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने दूसरे कार्यकाल में मुस्लिम समुदाय से विदेश नीति के मुद्दों (विशेष रूप से गाजा) पर उल्लेखनीय समर्थन मिला है। एक प्रमुख पाकिस्तानी-अमेरिकी व्यवसायी ने यह दावा करते हुए कहा कि रिपब्लिकन नेता का मुसलमानों के प्रति विरोधी रुख होने की धारणा गलत है।
‘मुस्लिम्स फॉर ट्रंप’ के संस्थापक और व्यवसायी साजिद तरार ने पीटीआई-भाषा को बताया कि “ट्रंप 1.0 और ट्रंप 2.0 के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि इस बार उन्हें मिशिगन के डेट्रॉइट जैसे शहरों में मुस्लिम समुदाय का समर्थन मिला है।”
तरार ने कहा, “इस समय, मुस्लिम समुदाय का बड़ा समर्थन ट्रंप को मिल रहा है। जिस तरह से वह गाजा का मुद्दा देख रहे हैं, मुस्लिम अमेरिकी उनके साथ खड़े हैं और उनके आभारी हैं।”
तरार ने बताया कि ट्रंप के मुस्लिम समुदाय का विरोधी होने की जो धारणा बनाई जा रही है, वह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा, ”यह बिलकुल भी सही नहीं है।” तरार वर्ष 2016 से राष्ट्रपति ट्रंप के समर्थक है।
भारत-अमेरिका संबंधों के बारे में तरार ने कहा कि ट्रंप के दूसरे कार्यकाल ने इन रिश्तों को फिर से सक्रिय किया तथा नयी ऊर्जा प्रदान की है। उन्होंने विदेश मंत्री मार्को रुबियो की क्वाड देशों के साथ पहली बहुपक्षीय बैठक और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ पहली द्विपक्षीय बैठक का जिक्र किया। तरार ने कहा कि इससे चीन को एक सख्त संदेश गया है।
तरार ने कहा कि ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका दुनिया को एकजुट करेगा, शांति स्थापित करेगा और एक स्वर्णिम युग में प्रवेश भी करेगा।
पाकिस्तान के विषय में पूछे जाने पर तरार ने कहा कि यह ट्रंप के शासन की प्राथमिकता सूची में नहीं है।
उन्होंने कहा, “देखिए, सीधे तौर पर पाकिस्तान ट्रंप प्रशासन के रडार पर नहीं है। लेकिन ट्रंप के भाषण में तालिबान का जिक्र किया गया था। अब, जब तालिबान का नाम लिया गया है, तो पाकिस्तान का जिक्र भी निश्चित रूप से होगा क्योंकि पाकिस्तान ने अमेरिका का समर्थन किया है और पाकिस्तान का तालिबान के साथ संबंध रहा है।”
भाषा राखी मनीषा
मनीषा